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भारतीय पुलिस सेवा के प्रशिक्षु अधिकारियों ने राष्ट्रपति से मुलाकात की

राष्ट्रपति भवन : 29.10.2019

भारतीय पुलिस सेवा के 71 आरआर (2018 बैच) के प्रशिक्षु अधिकारियों के समूह ने आज (29 अक्टूबर, 2019) को राष्ट्रपति भवन में भारत के राष्ट्रपति, श्री राम नाथ कोविन्द से मुलाक़ात की।

इस अवसर पर, राष्ट्रपति ने कहा कि विधि का शासन किसी भी आधुनिक राष्ट्र की आधारशिला होती है; और कानून के प्रवर्तक के रूप में, भारतीय पुलिस सेवा को महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होती है। समस्त शासन प्रणाली का वितान विधि के शासन पर टिका होता है। विशेष रूप से, लोकतांत्रिक राजनीतिक व्यवस्था में इसका सर्वोच्च महत्व है, जहां इसके माध्यम से यह सुनिश्चित किया जाता है कि वास्तव में सभी नागरिक समान हैं। इसलिए, भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारियों का भावी कर्तव्य कानून का प्रवर्तन करना और इस प्रकार से लोकतंत्र के मूल सिद्धांतों को बनाए रखना है।

राष्ट्रपति ने कहा कि आईपीएस अधिकारियों के कंधों पर बड़ी जिम्मेदारी होने के कारण, यह स्वाभाविक है कि लोग इस वर्दी वाली सेवा को अधिकार और रुतबे से जोड़कर देखते हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि कानून के दुरुपयोग को रोकने और आम आदमी में सुरक्षा की भावना पैदा करने के साथ-साथ सभी लोगों के मानवाधिकारों का सम्मान करने के लिए समाज में आईपीएस अधिकारी को प्राप्त सम्मान की भावना का सदुपयोग करेंगे। उन्होंने कहा कि आतंकवाद, उग्रवाद और विद्रोह के उभरते खतरों से उत्पन्न आंतरिक सुरक्षा चुनौतियों का सामना करने के लिए राष्ट्र उनसे निष्ठापूर्ण प्रतिबद्धता और पेशेवर रवैये की अपेक्षा भी करता है।