भारतीय राजस्व सेवा (सीमा शुल्क और केन्द्रीय शुल्क) के परिवीक्षाधीन अधिकारियों ने राष्ट्रपति से मुलाक़ात की
राष्ट्रपति भवन : 30.10.2019
भारतीय राजस्व सेवा (सीमा शुल्क और केन्द्रीय उत्पाद शुल्क) के 69वें बैच के परिवीक्षाधीन अधिकारियों के समूह ने भारत के राष्ट्रपति, श्री राम नाथ कोविन्द से आज (30 अक्टूबर, 2019) राष्ट्रपति भवन में मुलाक़ात की।
परिवीक्षाधीन अधिकारियों को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि राष्ट्रों की सीमाएँ एक दूसरे के साथ अधिक से अधिक आर्थिक सहयोग के लिए खुल रही हैं। दूसरी ओर, आर्थिक चुनौतियों के कारण सीमाएं अधिक महत्वपूर्ण भी हो रही हैं। भारतीय राजस्व सेवा के अधिकारी हमारे आर्थिक सीमान्तों के संरक्षक बनने जा रहे हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि देश को अधिक से अधिक आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से, सरकार ने ‘मेक इन इंडिया’ पहल शुरू की है। इस संबंध में भारतीय राजस्व सेवा के अधिकारियों की भूमिका यह है कि कर प्रशासक एक ऐसा वातावरण उपलब्ध कराने का प्रयास करें जिसमें व्यापार और उद्योग को फलने-फूलने का अवसर मिल सके। अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के संबंध में उनका ध्येय वाक्य होना चाहिए: 'बॉर्डर डिवाइड्स, कस्टम्स कनेक्ट’ अर्थात् सीमा विभाजित करती है, किन्तु सीमा शुल्क मिलाप कराता है'। इससे 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने में भारत को सहायता मिलेगी।