भारत के राष्ट्रपति गाम्बिया पहुंचे; उन्होंने गाम्बिया के राष्ट्रपति के साथ शिष्टमंडल स्तरीय वार्ता का नेतृत्व किया
राष्ट्रपति भवन : 31.07.2019
भारत के राष्ट्रपति, श्री राम नाथ कोविन्द कल (30 जुलाई, 2019) गाम्बिया पहुंचे। भारत की ओर से किसी राष्ट्राध्यक्ष/शासन प्रमुख की गाम्बिया की यह पहली यात्रा है। बंजुल हवाई अड्डे पर, गाम्बिया के राष्ट्रपति, श्री अदमा बैरो द्वारा राष्ट्रपति की अगवानी की गई और उनका समाहोरिक स्वागत किया गया।
आज (31 जुलाई, 2019), राष्ट्रपति ने ‘स्टेट हाउस’की यात्रा के साथ अपने कार्यक्रम की शुरुआत की, जहां राष्ट्रपति बैरो ने उनका स्वागत किया। इसके पश्चात् अपने समकक्ष श्री बैरो के साथ हुई पारस्परिक चर्चा के दौरान, राष्ट्रपति ने दिसंबर 2016 में हुए राष्ट्रपति चुनाव में मिली जीत के लिए राष्ट्रपति बैरो को बधाई दी जिसके परिणामस्वरूप गाम्बिया में लोकतंत्र की बहाली हो सकी। उन्होंने कहा कि यह गाम्बिया के लिए और लोकतांत्रिक वैश्विक बिरादरी के लिए ऐतिहासिक क्षण था। उन्होंने महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर "व्हाट महात्मा गांधी मीन्स टू मी” - नामक लेख लिखने के लिए भी उनका धन्यवाद किया।
इसके बाद, राष्ट्रपति ने दोनों पक्षों के बीच शिष्टमंडल स्तरीय वार्ता का नेतृत्व किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि भारत को गाम्बिया की प्रगति और समृद्धि में, एक विश्वसनीय भागीदार बनने का अवसर मिला है। अपनी रियायती वित्त व्यवस्था के तहत गाम्बिया की नेशनल असेंबली बिल्डिंग के निर्माण का अवसर हमें प्राप्त हुआ; यह हमारे लिए सम्मान का विषय है।
भारत ने गाम्बिया को कौशल विकास और कुटीर उद्योग परियोजना में सहायता के लिए 500,000 अमेरिकी डॉलर के अनुदान की पेशकश की। इसके अलावा, दोनों पक्षों ने पारंपरिक चिकित्सा पद्धति और होम्योपैथी के क्षेत्र में सहयोग के लिए सहमति-पत्र पर हस्ताक्षर किए और इनका आदान-प्रदान किया।
राष्ट्रपति कोविन्द ने गाम्बिया के राष्ट्रपति से अंतर्राष्ट्रीय सौर फ्रेमवर्क करार की अभिपुष्टि संबंधी दस्तावेज प्राप्त किया। इससे दोनों देशों के बीच सौर ऊर्जा पर सहयोग के नए अवसर उत्पन्न होंगे और जलवायु परिवर्तन से निपटने में सहायता मिलेगी। साथ ही भारत, गाम्बिया के चुनिंदा गांवों में सौर परियोजनाओं की स्थापना पर भी काम कर रहा है।
राष्ट्रपति ने कहा कि क्षमता संवर्धन की शक्ति, भारत की प्रमुख शक्तियों में शामिल है। प्रशिक्षण और क्षमता संवर्धन के क्षेत्र में गाम्बिया के साथ साझेदारी करके हमें प्रसन्नता हो रही है। भारत गाम्बिया के अनुरोध के अनुसार और गाम्बिया की प्राथमिकताओं के अनुरूप न्यायपालिका, पुलिस, प्रशासन और तकनीकी विशेषज्ञता के क्षेत्र में प्रशिक्षण देने पर भी सहमत हुआ। हाल के महीनों में, भारत ने गाम्बिया के स्थायी सचिवों और वरिष्ठ लोक सेवकों के साथ-साथ राजनयिकों के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए हैं।
राष्ट्रपति बैरो ने गाम्बिया की प्रगति और समृद्धि में भारतीय समुदाय द्वारा निभाई गई सकारात्मक भूमिका को स्वीकारा। उन्होंने गाम्बिया के विकास में भारतीय समुदाय द्वारा दिए गए योगदान की गहरी सराहना की।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत गाम्बिया के शीर्ष व्यापारिक भागीदारों में से एक है। 2018-19 में हमारा द्विपक्षीय व्यापार पिछले दो वर्षों में लगभग 100% की वृद्धि दर्ज करते हुए 200 मिलियन अमेरिकी डॉलर को पार कर गया। उन्होंने कहा कि भारतीय उद्यमों और निवेश के लिए तथा भारतीय समुदाय के लिए भारत गाम्बिया का निरंतर समर्थन चाहता है। दोनों पक्षों को मिलकर यह देखना होगा कि आने वाले वर्षों में हम द्विपक्षीय व्यापार को कैसे बेहतर बना सकते हैं।
राष्ट्रपति ने गाम्बिया की अपनी यात्रा पर प्रेस वक्तव्य (संलग्न) भी जारी किया।
राष्ट्रपति ने गाम्बिया के राष्ट्रपति, श्री अदमा बैरो द्वारा अपने सम्मान में आयोजित दोपहर राज-भोज में भी भाग लिया।
आज शाम को, राष्ट्रपति गाम्बिया की नेशनल असेम्बली को संबोधित करेंगे। वह सेनेगल और गाम्बिया में भारत के राजदूत द्वारा आयोजित भारतीय समुदाय के स्वागत समारोह में भी शामिल होंगे।