भारत के राष्ट्रपति, श्री राम नाथ कोविन्द का राष्ट्रीय पुलिस स्मारक पर संबोधन
नई दिल्ली : 09.04.2019
1. राष्ट्रीय पुलिस स्मारक में आकर, अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले भारतीय पुलिस के वीर शहीदों को श्रद्धांजलि देना मेरे लिए एक भावुकतापूर्ण क्षण है। मरणोपरांत शौर्य पदक से आज सम्मानित वीरों की स्मृति को मैं नमन करता हूँ। देशवासियों की रक्षा के लिए सदैव सचेत और सक्रिय रहने वाले,पुलिस बलों ने राष्ट्र के प्रति समर्पण के असाधारण आदर्श प्रस्तुत किए हैं।
2. आज ही के दिन, 09 अप्रैल, 1965 को कच्छ के रण में‘सरदार पोस्ट’ पर अपने पराक्रम से केन्द्रीय रिज़र्व पुलिस बल की एक छोटी सी टुकड़ी ने पाकिस्तानी सेना की पूरी ब्रिगेड को रोककर रखा और दुश्मन की ब्रिगेड को पीछे हटने के लिए मजबूर कर दिया। कई बहादुरों ने देश के लिए अपनी जान कुर्बान कर दी। उनके सर्वोच्च बलिदान की स्मृति में सी.आर.पी.एफ. आज के दिन‘शौर्य दिवस’ मनाती है। देश को इन बलिदानियों की वीरता पर गर्व है। सरदार पोस्ट की शौर्य गाथा में अपनी भूमिका निभाने वाले वीर आज यहाँ हम सबके बीच उपस्थित हैं। मैं उनका अभिनंदन करता हूँ।
3. इसी प्रकार से तिब्बत सीमा पर 21 अक्टूबर, 1959 को लद्दाख के हॉट स्प्रिंग्स में पुलिस बलों ने अपने शौर्य का परिचय दिया। उनका वह शौर्य पुलिस बलों के लिए अनुकरणीय मिसाल है। इन शहीदों की स्मृति में भारत सरकार ने पिछले वर्ष 21 अक्तूबर को राष्ट्रीय पुलिस स्मारक राष्ट्र को समर्पित किया।
4. अपना कर्तव्य निभाते हुए स्वाधीनता के बाद से अब तक 34,800 से अधिक पुलिसकर्मियों ने अपना जीवन देश के लिए अर्पित किया है। देश की सेवा में प्राण न्योछावर करने वाले जिन पुलिसकर्मियों के नाम यहां ‘वॉल ऑफ वेलर’ पर लिखे हैं, वे हमारे राष्ट्र की पावन स्मृति का हिस्सा हैं और पूरा देश उन्हें उनके साहस, वीरता और पराक्रम के लिए हमेशा याद रखेगा।
देवियो और सज्जनो,
5. जब हम दूरदराज़ के इलाकों से या किसी सुनसान जगह से गुजरते हैं तो वहाँ तैनात पुलिस के जवान को देखकर हमें अपनी सुरक्षा और पुलिस के योगदान का एहसास होता है। कानून व्यवस्था बनाए रखने के अलावापुलिस बलों की भूमिका आतंकवाद, उग्रवाद एवं नक्सलवाद से मुकाबला करने में होती है। उनकी भूमिका औद्योगिक एवं वैज्ञानिक संस्थानों, संचार प्रणालियों, महत्वपूर्ण धार्मिक आयोजनों, आस्था केन्द्रों, सरकारी प्रतिष्ठानों और अन्य अनेक स्थलों की सुरक्षा में भी होती है।
6. भारत के विभिन्न पुलिस बल कानून का उल्लंघन करने वालों के दिल में डर पैदा करते हैं और कानून का पालन करने वालों को भयमुक्त रहने में मदद करते हैं। और इस प्रकार एक शांत, खुशहाल एवं समृद्ध राष्ट्र के निर्माण में उनका महत्वपूर्ण योगदान है। शान्ति के वातावरण में ही देशवासी विकास के कामों में अग्रसर हो पाते हैं।
देवियो और सज्जनो,
7. संसद भवन पर हुए आतंकवादी हमले का मुकाबला, अन्य बलों के साथ-साथ केन्द्रीय रिज़र्व पुलिस बल के जवानों ने जिस बहादुरी से किया,वह पुलिस बलों की गौरव गाथा का हिस्सा है।
8. जम्मू एवं कश्मीर में अलगाववाद एवं आतंकवाद का मुकाबला करने में केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल ने सराहनीय भूमिका निभाई है। हाल ही में जम्मू एवं कश्मीर के पुलवामा में 40 से अधिक बहादुर जवानों की शहादत से पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई और लोग उन शहीदों के सम्मान में उमड़ पड़े। मैं पूरे देश की ओर से पुलवामा के शहीदों की स्मृति को नमन करता हूं।
9. आज का दिन पुलिस बलों के शौर्य और वीरता पर गर्व करने का दिन है, और हमारे पुलिस बलों में देश के भरोसे की अभिव्यक्ति का भी दिन है। मुझे विश्वास है कि हमारे बहादुर पुलिस बलों के सेवा एवं समर्पण भाव से सभी पुलिसजनों को प्रेरणा मिलेगी।
10. अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले पुलिस बलों के ये सभी वीर शहीद, हमारे देशवासियों की स्मृति में सदा अमर रहेंगे।