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भारत के राष्ट्रपति, श्री राम नाथ कोविन्द का चतुर्थ एग्री लीडरशिप समिट-2019 के पुरस्कार वितरण एवं समापन समारोह में सम्बोधन

नई दिल्ली : 17.02.2019

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1. एक ओर जहाँ भारत के किसान देश की खाद्य सुरक्षा में अपना योगदान देते हैं वहीं दूसरी ओर हमारे जवान सीमाओं की सुरक्षा में मुस्तैदी से तैनात रहते हैं। हरियाणा में बहुत से ऐसे परिवार हैं जिनमें एक बेटा किसान है तो दूसरा जवान है।सही मायनों में ‘जय जवान, जय किसान’ की अवधारणा हरियाणा में चरितार्थ होती है। तीन दिन पहले ही कश्मीर में हमारे अनेक बहादुर जवान एक कायरतापूर्ण आतंकी हमले में शहीद हो गए। अपने सभी देशवासियों के साथ मैं इस जघन्य अपराध की भर्त्सना करता हूँ। आज उन शहीदों के परिवार-जनों के साथ-साथ पूरा देश शोक-संतप्त है। मैं पूरे देश की ओर से उन बहादुर जवानों को श्रद्धांजलि देता हूँ।

भाइयो और बहनो,

2. हम सबने साहस और धैर्य के साथ ऐसी चुनौतियों का सामना किया है और तमाम हादसों और चुनौतियों का सामना करते हुए, फिर से, पूरे उत्साह के साथ, आगे बढ़ते रहे हैं और आगे बढ़ते रहेंगे। मैं पूरे देश की ओर से अपने बहादुर जवानों और सुरक्षाकर्मियों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करता हूँ और उन्हें नमन करता हूँ।

3. हरियाणा सहित, हमारे देश के सभी राज्यों के उद्यमी किसान अनेक चुनौतियों का सामना करते हुए अनाज, फल-फूल और डेयरी प्रोडक्ट्स का प्रचुर मात्रा में उत्पादन कर रहे हैं। पशुपालन, मुर्गीपालन और मछली पालन में भी किसानों ने नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं।इस सफलता के लिए मैं आप सभी किसान भाई-बहनों को बधाई देता हूँ।

4. इस समारोह में पुरस्कार प्राप्त करने वाले किसानों व उनकी सहायता करने वाले व्यक्तियों और संस्थाओं को मैं खासतौर से बधाई देता हूँ। यह हरियाणा के लिए गर्व की बात है कि राज्य के तीन किसानों को इस वर्ष ‘पद्मश्री’ पुरस्कार के लिए चुना गया है। ऐसे सफल किसानों से सभी को प्रेरणा मिलती है।

5. कृषि विकास के लिए हरियाणा नेअन्य राज्यों तथा देशों के साथ सहयोग को बढ़ावा दिया है। अक्तूबर 2018 में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा आयोजित ‘कृषि कुम्भ’ में हरियाणा ने पार्टनर राज्य के रूप में भागीदारी की थी।इज़राइल, ब्राज़ील और नीदरलैंड जैसे देशों की सहभागिता से, हरियाणा के अनेक जिलों में उत्कृष्टता केंद्र खोले गए हैं। मुझे यह जानकर प्रसन्नता हुई है कि इस ‘एग्री समिट’ में 14 देशों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया है तथा अनेक देशों के साथ कृषि क्षेत्र में पारस्परिक सहयोग के अवसरों पर विचार विमर्श हुआ है। यह आप सभी किसान भाई-बहनों के लिए सौभाग्य की बात है कि हरियाणा को श्री सत्यदेव नारायण आर्य जी के रूप में एक ऐसे राज्यपाल का मार्गदर्शन प्राप्त है जो अपने निजी जीवन में कृषि से जुड़े रहे हैं और इस क्षेत्र का गहरा अनुभव रखते हैं। किसानों के विकास हेतु प्रभावी प्रयासों के लिए मैं मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल, कृषि मंत्री श्री ओमप्रकाश धनखड़ और राज्य की पूरी टीम को बधाई देता हूँ।

6. राज्य सरकार द्वारा हरियाणा के समग्र विकास के लिए सराहनीय प्रयास किए जा रहे हैं। सबसे अधिक जन-भागीदारी के साथ ग्रामीण स्वच्छता का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए भारत सरकार द्वारा हरियाणा को वर्ष 2018 में सर्वश्रेष्ठ राज्य का खिताब दिया गया है। राज्य के सेक्स-रेशियो में भी सुधार हो रहा है। हरियाणा के लोग ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान सहित महिला सशक्तीकरण के अन्य सभी प्रयासों में सरकार के साथ मिलकर राज्य में बदलाव ला रहे हैं। एक आकलन के अनुसार, हरियाणा में सन 2011 में प्रति एक हजार बेटों पर बेटियों की संख्या केवल 830 हुआ करती थी। बेटियों की यह संख्या अब 914 तक पहुँच गई है।आज सोनीपत में ऐसे 16 गाँव हैं जहां बेटियों की संख्या बेटों से अधिक है।यह बदलाव समाज में नई जागृति का प्रमाण है। इस सफलता के लिए यहाँ के निवासियों तथा प्रशासन की जितनी भी तारीफ की जाए, कम है।

7. कृषि के साथ-साथ मैन्यूफ़ेक्चरिंग और सर्विस सेक्टर में भी हरियाणा बहुत आगे है। आधुनिक वाहनों और वैज्ञानिक उपकरणों का निर्माण हो या इन्फोर्मेशन टेक्नॉलॉजी और बिजनेस कंसल्टेंसी के मल्टी-नेशनल उद्यम, एग्री प्रोडक्ट्स हों या हथकरघे पर बनी चीजें, हरियाणा इन सभी का महत्वपूर्ण केंद्र है। हरियाणा, आज एक ‘एजुकेशन हब’ के रूप में उभर कर सामने आया है। ‘Ease of Doing Business’ के मानदंडों पर हरियाणा देश में चौदहवें स्थान से आज तीसरे स्थान पर पहुँच गया है।

हमारे किसान भाइयो और बहनो,

8. हरियाणा की 65 प्रतिशत से अधिक आबादी की जीविका कृषि पर आधारित है। यद्यपि क्षेत्रफल की दृष्टि से, हरियाणा देश में इक्कीसवें नम्बर पर है, लेकिन देश के अनाज के भंडार में योगदान की दृष्टि से दूसरे स्थान पर है। सेन्ट्रल पूल में हरियाणा के 14 करोड़ क्विंटल के योगदान के कारण यह कहा जा सकता है -छोटा राज्य, बड़ा योगदान। आप सबकी समृद्धि ही देश की समृद्धि का आधार है। मुझे यह देखकर खुशी होती है कि आप सब अपने परिश्रम और जुझारूपन से हरियाणा ही नहीं बल्कि पूरे देश की अर्थ-व्यवस्था को मजबूत बना रहे हैं।

9. करनाल में स्थित ‘नेशनल डेयरी रिसर्च इंस्टीट्यूट’ के प्रयासों से हरियाणा के साथ-साथ पूरे देश के किसान लाभान्वित होते हैं। इस संस्थान ने कई कीर्तिमान स्थापित किए हैं और उत्पादकता बढ़ाने में सराहनीय योगदान दिया है। प्रति व्यक्ति दूध उत्पादन की दृष्टि से हरियाणा देश में दूसरे स्थान पर है। यहाँ की एक लोकप्रिय कहावत भी है, ‘देशों में देश हरियाणा – जित दूध दही का खाणा’।

10. यद्यपि हरियाणा में अधिकांश लोग शाकाहारी हैं। लेकिन देश के लिए परिश्रम करने वाले यहाँ के किसानों के बल पर हरियाणा ने प्रति हेक्टेयर मछली उत्पादन की दृष्टि से, देश में दूसरा स्थान हासिल किया है। इसी प्रकार, आमतौर पर हरियाणा में लोग चावल कम खाते हैं। लेकिन देश को ही नहीं अपितु पूरे विश्व को, चावल उपलब्ध कराने में हरियाणा के किसान बहुत आगे हैं। उदाहरण के लिए बासमती चावल के निर्यात का 60 प्रतिशत हिस्सा हरियाणा से ही जाता है।

11. मुझे यह जानकर खुशी है कि पर्यावरण के लिए सजग हरियाणा सरकार एवं यहाँ के किसानों ने मिलकर पराली के उचित प्रबंधन को अपनाया और उसका बेहतर उपयोग किया। परिणामस्वरूप, इस वर्ष पराली जलाने से होने वाले प्रदूषण में कमी आई है। इसके लिए आप सभी बधाई के पात्र हैं। हम सभी जानते हैं कि वायु प्रदूषण से स्वास्थ्य पर, खासकर बच्चों और बुजुर्गों की सेहत पर बहुत बुरा असर पड़ता है। मुझे विश्वास है कि आप सब मिलकर पराली से होने वाले इस प्रदूषण को पूरी तरह से समाप्त कर देंगे।

किसान भाइयो और बहनो,

12. जब किसान सीधे बाजार से जुड़ते हैं तो उनकी आमदनी में बढ़ोत्तरी होती है। मुझे यह जानकर खुशी हुई है कि राज्य की सभी 108 मंडियों को ऑन-लाइन पोर्टल ‘ई-नाम’ से जोड़ा जा रहा है। इससे आप सभी किसान भाई-बहन अपने उत्पादों को और अधिक सुगमता के साथ उचित मूल्य पर बेच सकेंगे।

13. आप सब देश के अन्नदाता हैं। आपके हित के विषय में सोचना सरकार और समाज का कर्तव्य है। इसी सोच के अनुसार, छोटे और सीमांत किसानों को निश्चित सहायता देने के लिए ‘प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि’ से तीन किश्तों में सालाना छ: हजार रुपये की सहायता पहुंचाने का निर्णय लिया गया है। इस राशि का भुगतान सीधे किसानों के बैंक खातों में किया जाएगा। इससे 2 हेक्टेयर, यानि पाँच एकड़, या उससे कम की जोत वाले देश के लगभग बारह करोड़ किसान परिवार लाभान्वित होंगे।

14. मुझे प्रसन्नता है कि सिंचाई के लिए पानी की व्यवस्था बेहतर बनाने के लिए पूरे देश में लगभग 100 अधूरी परियोजनाओं को पूरा किया जा रहा है। पानी की हर बूंद का समुचित उपयोग करने के लिए माइक्रो-इरिगेशन को बढ़ावा दिया जा रहा है। रेलवे के सहयोग से बहुत बड़ी क्षमता वाले मॉडर्न स्टोरेज टेक्नॉलॉजी से युक्त साइलोज का निर्माण किया जा रहा है जिनसे खाद्यान्नों के परिवहन तथा भंडारण की गति और क्षमता बढ़ेगी।

15. किसानों के विकास और कल्याण से जुड़ी सभी योजनाओं और प्रयासों का उद्देश्य यह है कि कृषि क्षेत्र और अधिक लाभकारी बने। सबको मिलकर पूरे देश के कृषि क्षेत्र में ऐसा वातावरण बनाना है जहां किसानों के बच्चे उत्साहपूर्वक किसान बनना चाहेंगे। ऐसे वातावरण में किसान और अधिक समृद्ध होंगे तथा अन्य क्षेत्रों के उद्यमी भी कृषि क्षेत्र में निवेश करने के लिए आकर्षित होंगे। इसके लिए चल रहे देशव्यापी प्रयासों में हरियाणा अग्रणी भूमिका निभा सकता है।

16. इक्कीसवीं सदी के भारत के निर्माण के लिए आधुनिक कृषि पद्धतियों को भी बड़े पैमाने पर अपनाना जरूरी है। परंपरागत खेती के साथ आधुनिक टेक्नॉलॉजी और पद्धतियों का समन्वय करने से किसान लाभान्वित होंगे। देश के कई संस्थानों में कृषि उत्पादकता बढ़ाने, नई प्रजातियों का विकास करने तथा पशुधन में सुधार जैसे क्षेत्रों में अनुसंधान कार्य प्रगति पर हैं। आधुनिक कृषि व्यवस्था के लिए नई पीढ़ी को तैयार करने के लिए उन्हें नई जानकारी के साथ-साथ सहायक ईको-सिस्टम भी उपलब्ध कराया जा रहा है। आज पूरे ‘एग्रीकल्चर वैल्यू चेन’ को ध्यान में रखकर, एक उद्यमी या आंत्रप्रेन्योर की निगाह से, खेती को अपनाने की जरूरत है। नई सोच के साथ निरंतर इनोवेशन करते रहने की आवश्यकता है।

17. मुझे विश्वास है कि इस ‘एग्री लीडरशिप समिट’ में आप सबको खेती की नई तकनीकों, तौर-तरीकों और कृषि को व्यापार के रूप में आगे बढ़ाने के नए अवसरों के बारे में बहुत उपयोगी जानकारी मिली होगी। मैं आशा करता हूँ कि अन्य राज्यों के साथ कृषि क्षेत्र में सहभागिता का और अधिक विस्तार करके, हरियाणा पूरे देश को ‘एग्री लीडरशिप’ प्रदान करेगा।

18. मैं एक बार फिर हरियाणा के आप सभी सफल और प्रगतिशील किसान भाई-बहनों को बधाई देता हूँ तथा भविष्य में और भी अधिक उन्नति और समृद्धि के लिए शुभकामनाएँ देता हूँ।

धन्यवाद

जय हिन्द !