भारत के राष्ट्रपति, श्री राम नाथ कोविन्द का ग्रीस में भारतीय समुदाय के समारोह में संबोधन
एथेंस : 17.06.2018
1. ग्रीस आकर और आप सभी से मिलकर मुझे बहुत खुशी हुई है। विदेश में भी अपने देशवासियों के बीच आकर ऐसा लगता है कि हम अपने ही देश में हैं, अपने लोगों के बीच में हैं और अपने ही परिवेश में हैं। इस अपनत्व की एक खास अहमियत है। मेरे आगमन पर आपकी गर्मजोशी और प्यार के लिए मैं आप सभी को धन्यवाद देता हूँ। लगभग ग्यारह वर्षों के बाद भारत के राष्ट्रपति द्वारा ग्रीस की यात्रा की जा रही है। मुझे विश्वास है कि इस यात्रा से भारत और ग्रीस के रिश्ते और भी मजबूत होंगे।
प्रिय मित्रों,
2. मुझे बताया गया है कि आज के इस समारोह में विभिन्न क्षेत्रों में योगदान देने वाले प्रोफेशनल्स,आंत्रप्रेन्योर्स,रिसर्चर्स और विद्यार्थी सभी उपस्थित हैं। आप सब में से कुछ लोग बहुत पहले इस देश में आ गए थे और कुछ लोग हाल ही में आए हैं। हम सबको एक साथ बांधने वाला सूत्र है– भारत की हमारी साझा विरासत। हम भारतीय लोग चाहे दुनियाँ के किसी भी हिस्से में हों हमारी परम्पराएँ हमें एक-दूसरे के साथ और मातृभूमि से जोड़कर रखती हैं।
3. ग्रीस और भारत ने प्राचीन विश्व में सभ्यता और संस्कृति के आदर्श प्रस्तुत किए थे। दोनों देशों के संबंध बहुत पुराने और गहरे रहे हैं। ग्रीक इतिहासकार मेगस्थनीज ने अपनी पुस्तक‘इंडिका’के द्वारा पूरे विश्व को भारत का परिचय दिया है। ग्रीक सेनापति सेल्यूकस की बेटी का सम्राट चन्द्रगुप्त के साथ विवाह हुआ था। हमारी इतिहास की पुस्तकों में भारत और ग्रीस के गहरे सम्बन्धों के बारे में अनेक विवरण प्राप्त होते हैं। यही नहीं, ऐतिहासिक ग्रीक और भारतीय चरित्रों के आधार पर बनाए गए अनेक नाटक, फिल्में और टीवी सीरियल काफी पॉपुलर हुए हैं।
4. Second World War के दौरान ग्रीस में शहीद हुए भारतीय नौजवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए मैं कल एलिमॉस में स्थित उनके मेमोरियल पर जाऊंगा। मुझे बताया गया है कि ग्रीस में अन्य स्थानों पर भी दोनों World War में वीरगति को प्राप्त हुए अनेकों भारतीय सेनानियों की यादगारें सुरक्षित हैं। मैं उन सभी के बलिदान को नमन करता हूँ।
5. भारत और ग्रीस, दोनों देशों में, लोकतन्त्र के मूल्यों के प्रति गहरा सम्मान है। इन समानताओं के आधार पर दोनों देशों के बीच का संबंध निरंतर मजबूत होता रहा है। भारत और ग्रीस के बीच आपसी सहयोग की व्यापक संभावनाएं हैं।
6. मैं समझता हूं कि भारत में हो रही घटनाओं पर आप सभी की नजर रहती है। आप सबको यह जानकर खुशी होगी कि आज भारत विश्व में सबसे तेज गति से बढ़ रही मेजर इकोनॉमीके रूप में उभर रहा है। हम 2025 तक भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर वाली इकोनॉमी और विश्व का तीसरा सबसे बड़े कंज़्यूमर मार्केट बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं। विश्व बैंक और आई.एम.एफ के अनुसार हमारी ग्रोथ रेट ऊंची रहने वाली है।‘वर्ल्ड इकॉनोमिक फोरम’ के अनुसार 2017 की मोस्ट ट्रस्टेड गवर्नमेंट्स की सूची में भारत को तीसरा स्थान दिया गया है।
7. भारत में इकोनॉमी को सरल और ट्रांसपेरेंट बनाने के लिए इकोनॉमी का डिजिटाइजेशन करने, जीएसटी जैसे टैक्स रिफ़ोर्म लागू करने सहित अनेक आर्थिक सुधार शुरू किए गए हैं।
8. भारत में एक नए तरह का इन्फोर्मेशन टेक्नोलोजी रेवोल्यूशन देखा जा रहा है। इसलिए नागरिकों के साथ सरकार के कामकाज के तौर-तरीकों में परिवर्तन आ रहा है। इस बदलाव के माध्यम से सरकार के सभी विभाग सोशल मीडिया के जरिए आप सब के लिए हमेशा उपलब्ध रहते हैं।
प्रिय मित्रों,
9. गरीबी को दूर करना और सभी के जीवन को बेहतर बनाना, हमारी सरकार का मिशन है। कारोबार को बढ़ावा देने तथा नौकरियों के अवसर पैदा करने के लिए लागू की गई‘मुद्रा’ नामक बिना गारंटी के फाइनेंशियल असिस्टेंस प्रदान करने की योजना से बड़ी संख्या में लोगों को फायदा हुआ है।यह उल्लेखनीय है कि इस योजना से महिलाओं को खासकर अधिक लाभ हुआ है।
10. नागरिकों को अफोर्ड़ेबल हेल्थकेयर उपलब्ध करवाने के लिए "आयुष्मान भारत” नामक एक महत्वाकांक्षी नेशनल हेल्थ सेक्युरिटी मिशन शुरू किया गया है। इस योजना द्वारा दस करोड़ परिवारों यानि पचास करोड़लोगों को हेल्थ इन्स्युरेंस कवर प्रदान की जाएगी। और इस तरह इस योजना की सुरक्षा के दायरे में भारत की लगभग 40% आबादी आ जाएगी।
11. भारत ने रिन्युएबल एनर्जी के क्षेत्र में अच्छी प्रगति की है। हमारा सन 2022 तक 175 गीगावॉट रिन्युएबल एनर्जी की क्षमता स्थापित करने का लक्ष्य है। इसी वर्ष मार्च में दिल्ली में‘इंटरनेशनल सोलर अलायंस’ का फाउंडिंग कॉन्फरेंस आयोजित किया गया। सोलर अलायंस के माध्यम से ऊर्जा की जरूरतों के सामूहिक समाधान के लिए पूरे विश्व के लोग एकजुट हुए हैं।यह अलायंस,सोलर एनर्जी के प्रमोशन के लिए बड़े पैमाने पर दुनियाँ भर में काम कर रहा है। इससे हमको क्लाइमेट चेंज का मुक़ाबला करने में मदद मिलेगी। इससे हम अपने जीवन को एक सस्टेनेबल और ग्रीन फ्यूचर के मार्ग पर अग्रसर कर सकते हैं।
12. डेमोक्रेसी, डेमोग्राफिक डिविडेंड और डिमांड के नजरिए से भारत की विश्व में काफी मजबूत स्थिति है। भारत में अस्सी करोड़ की, विश्व की सबसे बड़ी, युवा आबादी है। हम भारत के युवाओं को स्किल प्रदान करने के लिए भरपूर प्रयास कर रहे हैं। हम चाहते हैं कि वे न केवल भारत की जरूरतों को पूरा करें बल्कि हमारे प्रतिभाशाली युवा पूरी दुनियाँ के स्किल-गैप को भर सकें।
प्रिय मित्रों,
13. हमें अपने प्रवासी भारतीयों और उनकी सफलताओं पर गर्व होता है। आप सबको भी यह जानकर बहुत खुशी होती होगी कि आज भारत में व्यापार, इनोवेशन तथा इनवेस्टमेंट के भरपूर अवसर मौजूद हैं। भावना के स्तर पर आप सब भारत से जुड़े रहते हैं। मैं यह आशा करता हूँ कि मातृभूमि के लिए प्रेम की इस भावना के साथ आप सब भारत के विकास के लिए जो कुछ भी कर सकते हैं, अवश्य करेंगे। भारत के विकास से जुड़ने के आपके सभी प्रयासों का हम स्वागत करेंगे।
14. कृषि, फूड एंड डेयरी टेक्नोलोजी तथा शिपिंग के क्षेत्रों में ग्रीस काफी आगे रहा है। ग्रीक कंपनियां भारत में सक्रिय रही हैं। मुझे यह जानकर खुशी हुई है कि भारतीय व्यापारियों और कंपनियों ने भी ग्रीस में कारोबार स्थापित करना शुरू कर दिया है जिससे ग्रीस में रोजगार के अवसर पैदा हो रहे हैं।
15. हम अपने इन्फ्रास्ट्रक्चर, सप्लाई चेन, ऊर्जा, हैंडीक्राफ्ट्स, आधुनिक मैन्यूफ़ेक्चरिंग तथा सर्विसेज के क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर विस्तार और सुधार कर रहे हैं। इन सभी क्षेत्रों में, दोनों देशों के बीच, मिलकर काम करने की अपार संभावनाएं मौजूद हैं।
16. ग्रीस के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से कल मेरी मुलाक़ात होगी। उनसे बातचीत के दौरान भारत और ग्रीस के बीच आर्थिक, सांस्कृतिक और पीपुल-टू-पीपुल रिलेशन्स को और बेहतर बनाने के बारे में विस्तार से चर्चा होगी। इन रिश्तों को बेहतर बनाने में सरकार के अलावा आप सबकी भी अहम भूमिका है। ग्रीस में भारत के एक राजदूत हैं जो भारत के हितों के लिये यहाँ काम करते हैं। लेकिन मैं मानता हूँ कि आप सभी भारतीय यहाँ ग्रीस में, भारत के कल्चरल ऐम्बेसडर्स हैं। मेरी आपसे अपेक्षा है कि आप इसके लिए अपना भरपूर योगदान देंगे।
मित्रों,
17. भारत और ग्रीस के बीच निवेश और व्यापार बढ़ाने की काफी गुंजाइश है। आपसी साझेदारी से दोनों देशों को बहुत फायदा होगा। दोनों देशों के आर्थिक संबंधों को और अधिक मजबूत बनाने में आप सबकी अहम भूमिका है।
18. भारत में भारतीय मूल के लोगों के प्रवास को आसान बनाने के लिए हमने ओसीआई कार्ड शुरू किए हैं। मुझे यह जानकर खुशी हुई है कि यहां उपस्थित आप में से बहुत से लोगों ने ओसीआई सुविधा का लाभ उठाया है। मैं चाहता हूं कि भारतीय मूल के बाकी लोग भी इस सुविधा का लाभ उठाएँ।
19. हाल के वर्षों में हमारी सरकार ने बाहर रहने वाले भारतीय लोगों के लिए अनेक सुविधाएं उपलब्ध कराई हैं। आज हमारे दूतावासों में 24 घंटे हेल्पलाइन की सुविधा मौजूद है। कोई भी भारतीय, कहीं भी, किसी परेशानी में होता है, तो दूतावास की टीम उनके संपर्क करते ही सहायता के लिए तैयार रहती है। सोशल मीडिया के जरिए हमारी सरकार ने संकट में पड़े भारतीय लोगों तक न केवल प्रभावी पहुँच बनाई है बल्कि उनकी मदद भी की है। आज विश्व के किसी भी कोने में बसे सभी भारतीयों को यह भरोसा है कि वे कहीं भी संकट में पड़ेंगे तो उनकी सरकार उन्हें सुरक्षित निकालकर स्वदेश वापस ले आएगी। वर्ष 2014 के बाद से विदेश में संकट में फंसे 90 हजार से अधिक भारतीयों को वापस लाया गया है। हमने भारतवासियों को ही नहीं, बल्कि लगभग पचास अन्य देशों के नागरिकों को भी संकट की स्थितियों से बाहर निकाला है। यह पूरी दुनियाँ को एक ही परिवार समझने के वसुधैव कुटुम्बकम् के हमारेआदर्श को बखूबी दर्शाता है।
20. हमने अपने प्रवासी समुदाय के लिए नई दिल्लीमें एक‘प्रवासी भारतीय केंद्र’ की स्थापना की है। यह एक Resource Centre के रूप में काम करता है। जब भी आप भारत पधारें, उस सेंटर में जरूर आएं। प्रवासी समुदाय के युवाओं को भारत से परिचित कराने के लिए सरकार द्वारा शुरू किया गया‘’Know India Program’’अब वरिष्ठ प्रवासियों के लिए भी उपलब्ध है। मैं चाहूँगा कि आप सभी इस प्रोग्राम से जुड़ें और भारत के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करें।
21. वर्ष 2019 में प्रवासी भारतीय समारोह 21 से 23 जनवरी के बीच वाराणसी में आयोजित किया जाएगा। मैं चाहूँगा कि आप सब उस समारोह में उत्साह के साथ शामिल हों। उस समारोह के बाद नई दिल्ली में 26 जनवरी की गणतन्त्र दिवस की परेड को देखने के लिए मैं आप सबको आमंत्रित करता हूँ।
22. आप सब यहां आए और मेरा इतना भावपूर्ण स्वागत किया, इसके लिए मैं एक बार फिर आप सभी को धन्यवाद देता हूं और आपके उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूँ।
धन्यवाद
जय हिन्द!