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नागरिक अभिनंदन और सार्वजनिक बैठक में भारत के राष्ट्रपति, श्री राम नाथ कोविन्द का अभिभाषण

राष्ट्रपति भवन, नई दिल्ली : 01.09.2017

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भारत के राष्ट्रपति के रूप में निर्वाचित होने के बाद दिल्ली के बाहर यह मेरी दूसरी यात्रा है। अपनी पहली यात्रा के दौरान मैं, जम्मू और कश्मीर में अवस्थित लेह में अपने बहादुर सैनिकों से मिला था। मैं सम्मानित महसूस कर रहा हूं कि अपनी दूसरी यात्रा पर मैं आंध्र प्रदेश आया हूं जो हमारे सबसे गतिशील और प्रिय राज्यों में से एक है। मुझे तिरुपति की पवित्र धरती पर आने और भगवान बालाजी के दर्शन करने के रूप में दोहरा आशीर्वाद प्राप्त हुआ है।

आंध्र प्रदेश की जनता और इसका इतिहास प्रत्येक भारतीय के लिए गौरव का विषय है। यह महापुरुषों और महान उपलब्धिकर्ताओं की भूमि है। प्राचीन काल के सातवाहन साम्राज्य से लेकर टी प्रकाशम, जिन्हें हम सम्मान के साथ ‘आंध्र केसरी’के रूप में याद करते हैं, जैसे लोगों के नेतृत्व तक इस क्षेत्र ने देश को बहुत कुछ दिया है। हाल के समय में,आंध्र प्रदेश को दो दूरदर्शी राजनेताओं स्वर्गीय मुख्यमंत्री श्री टी रामाराव और हमारे पूर्व प्रधान मंत्री, श्री पी.वी. नरसिम्हा राव को जन्म देने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। यह क्षेत्र,अतीत में स्वर्गीय डॉ. एस. राधाकृष्णन, स्वर्गीय श्री वी.वी गिरी और स्वर्गीय श्री नीलम संजीव रेड्डी के रूप में तीन राष्ट्रपतियों की जन्म-भूमि रहा है। आपने मुझे उपराष्ट्रपति, श्री एम. वैंकैया नायडू के रूप में एक अमूल्य सहकर्मी भी दिया है।

तीन वर्ष पहले आंध्र प्रदेश ने एक नई शुरुआत की थी। श्री चंद्रबाबू नायडू के सक्षम नेतृत्व में प्रदेश अनेक क्षेत्रों में तीव्र प्रगति कर रहा है। केन्द्र सरकार आंध्र प्रदेश के लोगों के कल्याण और उत्थान के लिए पूरी मदद कर रही है। मैंने हाल ही में विजयवाड़ा की यात्रा की थी और मैं इसके विकास से बहुत प्रभावित हुआ। मैं प्रतीक्षा कर रहा हूं कि किसी दिन नई राजधानी अमरावती जिसका निर्माण 21वीं सदी की प्रौद्योगिकी वाले शहर के रूप में किया जा रहा है,की यात्रा पर आने का अवसर मुझे प्राप्त होगा।

मानव उपक्रम के अनेक क्षेत्रों में, आंध्र प्रदेश के लोग देश के लिए आदर्श हैं। इस क्षेत्र के किसानों ने अन्य फसलों के साथ-साथ हमारे चावल उत्पादन में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। सामाजिक विकास कार्यक्रमों में प्रौद्योगिकी के अंगीकरण के मामले में आंध्र प्रदेश ने शेष भारत का मार्गदर्शन किया है। आंध्र प्रदेश की सूचना प्रौद्योगिकी और अवसंरचना कंपनियां राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध हैं।

पूरे विश्व में तेलुगू लोग सफलता के शानदार उदाहरण हैं। संयुक्त राज्य अमेरिका में आंध्र प्रदेश के डॉक्टरों की समर्पण भावना और सफलताओं ने व्यापक ख्याति अर्जित की है। इससे हम सभी गौरवान्वित हुए हैं।

मित्रो,

पिछले कुछ वर्षों में आंध्र प्रदेश की सामाजिक और आर्थिक उपलब्धियां भारत के परिवर्तन का प्रतिबिंब रही हैं। परंतु जैसे-जैसे हम आगे बढ़ें, हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि यह यात्रा केवल कुछ लोगों के लिए न होकर सबके लिए हो। मुझे खुशी है कि श्री चंद्रबाबू नायडू की सरकार, समाज के गरीब और पिछड़े वर्गों के कल्याण के लिए सभी उपाय कर रही है।

यह दृष्टि, हमारे संविधान के जनक बाबासाहब भीमराव अंबेडकर की संकल्पना के अनुरूप है। उन्होंने शिक्षा और मानव गरिमा के मूल्यों पर बल दिया था। सभी कल्याणकारी योजनाओं के लाभ गांव के अंतिम घर तक पहुंचने चाहिए। भारत सरकार और आंध्र प्रदेश सरकार दोनों ही इस दिशा में मिलकर प्रयास कर रही हैं।

इसीलिए यहां की मेरी यात्रा का उद्देश्य व्यक्तिगत तौर पर मुझे संतोष देने वाला है। तिरुपति में अंबेडकर कौशल और प्रशिक्षण अकादमी की योजना एक आधुनिक उत्कृष्ट संस्थान के रूप में की गई है। यह एक ऐसा विश्व स्तरीय रोजगार-परक केन्द्र बनेगा,जो पिछड़े समुदायों के युवाओं पर विशेष ध्यान देगा। यहां उन्हें ऐसे कौशल का प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिनसे उन्हें सरकारी और निजी संगठनों में रोजगार प्राप्त करने में मदद मिलेगी।

इस समारोह में सरकार की दो अन्य समानांतर पहलों को भी याद किया जा रहा है। प्रथम पहल है-भारत सरकार की योजना स्टैंड-अप इंडिया, जो पिछड़े वर्गों के निजी उद्यमियों या छोटे उद्यमों को दस लाख रुपए से लेकर एक करोड़ रुपये तक बैंक ऋण उपलब्ध कराने में सहायता कर रही है।

यह एक बहुत महत्वपूर्ण योजना है क्योंकि यह गरीब लोगों को रोजगार सर्जक बनने का अवसर प्रदान करती है। आंध्र प्रदेश में उद्यमशीलता समाज की रग-रग में व्याप्त है। युवाओं की इसी ऊर्जा को ‘स्टैंड-अप इंडिया’ पहल में ठीक दिशा में ले जाने की मंशा है।

दूसरी समानांतर पहल है, आंध्र प्रदेश अनुसूचित जाति सहकारी वित्त निगम की भूमि खरीद योजना। यह पारंपरिक रूप से पिछड़े समुदायों की महिला सदस्यों को कृषि भूमि मुहैया करवाई जाती है। इससे आय अर्जित करने की महिलाओं की क्षमता बढ़ती है और भूस्वामित्व के रूप में उन्हें ठोस आर्थिक संपदा प्राप्त होती है। इससे वे, सामाजिक रूप से और परिवार के अंदर भी सशक्त बनती हैं।

मैं इस पहल के लिए आंध्र प्रदेश सरकार को बधाई देता हूं। यह योजना न केवल किसी एक महिला के, बल्कि पूरे परिवार के जीवन को बदल देगी। घर में परिवार का पालन-पोषण करने वाली और खेतों या कार्यस्थल पर कड़ी मेहनत करने वाली महिलाएं हमारे समाज की आधार स्तम्भ हैं। महिलाओं के आर्थिक सशक्तीकरण से सामाजिक बदलाव आएगा।

मित्रो,

आज सुबह,मुझे श्री वेंकटेश्वर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसिज जाने का अवसर मिला,जिसमें श्री पद्मावती महिला चिकित्सा कॉलेज है। वहां मैंने एक नए अस्पताल भवन का उद्घाटन किया। मैं कामना और प्रार्थना करता हूं कि अस्पताल और समर्पित डॉक्टरों,नर्सों और देखभाल करने वालों की इसकी टीम, तिरुपति और इसके आसपास के इलाकों के लोगों का अच्छा स्वास्थ्य और बेहतरी सुनिश्चित करे।

भगवान वेंकटेश्वर की कृपा हम सभी पर बनी रहे।


धन्यवाद,

जय हिंद