गुरु नानक कॉलेज के दीक्षांत समारोह में भारत के राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद का संबोधन
चेन्नै : 05.05.2018
1. गुरु नानक कॉलेज के स्नातक दिवस तथा गुरु अमरदास ब्लॉक और शहीद बाबा दीप सिंह सभागार के उद्घाटन समारोह में उपस्थित होना मेरे लिए प्रसन्नता का विषय है। मैं इन उपलब्धियों के लिए कॉलेज के विद्यार्थियों, संकाय सदस्यों और प्रशासन को बधाई देता हूं। मैं उन लगभग 900 विद्यार्थियों को विशेष रूप से बधाई देता हूं जो आज स्नातक बन रहे हैं। यह आपके और आपके परिवार और प्रोफेसरों के लिए एक महान उपलब्धि है। अपने कॉलेज की समृद्ध विरासत को बाहरी दुनिया तक पहुंचाने में सफलता के लिए मैं आपको शुभकामनाएं देता हूं।
2. स्नातक उपाधि प्राप्त करने वालों कक्षा में एक तिहाई संख्या छात्राओं की है।12 विद्यार्थी विश्वविद्यालय के रैंक धारक हैं और आज उन्हें पदक देकर सम्मानित किया जा रहा है। इन 12 पदक विजेताओं में से 7 विजेता छात्राएं हैं। यह एक प्रभावशाली संख्या है। जैसा कि मैंने इससे पूर्व के कई अवसरों पर कहा है कि एक बेटी को शिक्षित बनाकर हम केवल एकबेटी नहीं बल्कि दो परिवारों को शिक्षित बनाते हैं। एक शिक्षित युवती का अपने माता-पिता के परिवार पर और उस परिवार पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है जहां उसका विवाह होता है और जिस परिवार का निर्माण वह अपने पति के साथ करती है।इतना ही नहीं, वह अपने कार्यस्थल पर और हमारी अर्थव्यवस्था के निर्माण में भारी योगदान देती है।
3. गुरु नानक देव की 500 वीं जयंती के उपलक्ष्य में, 1971 में स्थापित यह कॉलेज तमिलनाडु का एक प्रमुख संस्थान बन गया है। मुझे बताया गया है कि गुरु नानक एजुकेशनल सोसाइटी एक गैर-लाभकारी संगठन है जो इस कॉलेज का संचालन करता है और चेन्नै में रह रहे 250 सिख परिवारों द्वारा इस सोसाइटी की मदद की जाती है। इस समुदाय का आकार छोटा होने के बावजूद आप राज्य और समाज में योगदान दे रहे हैं और आप यह योगदान शिक्षा के क्षेत्र में दे रहे हैं। यह प्रशंसनीय है।
4. यह कॉलेज पंजाब और सिख समुदाय तथा तमिलनाडु के बीच के संबंधों के एक लंबे और समृद्ध इतिहास को आगे बढ़ा रहा है। इसका इतिहास उस घटना से जुड़ा हुआ है जब महानतम आध्यात्मिक गुरुओं और इस राष्ट्र के निर्माताओं में से एक गुरु नानक देव दक्षिणी भारत की अपनी यात्रा के रूप में तमिलनाडु आए थे। ऐसा माना जाता है कि उन्होंने पवित्र रामेश्वरम नगर में कुछ दिन व्यतीत किए थे।
5. तमिलनाडु और पंजाब हमारे स्वतंत्रता संग्राम में आगे-आगे रहे। स्वतंत्रता के बाद दोनों राज्यों और उनकी मेहनतकश जनता ने भारत के सामाजिक और आर्थिक विकास में भरपूर योगदान दिया है। तमिलनाडु का सिख समुदाय कारोबार और उद्योग से लेकर कृषि जैसे अनेक व्यवसायों से जुड़ा हुआ है। यह स्मरणीय है कि 100 से भी अधिक वर्ष पहले स्वर्गीय ए.जी. श्री राम सिंह का परिवार अमृतसर से चेन्नै आ गया था। रामसिंह हमारे देश के अग्रणी क्रिकेटरों में से एक बने और उन्होंने इस शहर के बहुत से स्थानीय खिलाड़ियों को प्रशिक्षित किया। बाद में उनके दो सुपुत्र ए.जी. मिल्खा सिंह और ए.जी. कृपाल सिंह भारत के लिए खेले। कभी ऐसा कहा जाता था कि तमिलनाडु का अग्रणी क्रिकेट परिवार एक सिख परिवार है।इसी एकात्मता की भावना से, इसी अनेकता में एकता से हमारा देश विशेष बन जाता है।
6. गुरु नानक कॉलेज इसी भावना को अभिव्यक्त करता है। कॉलेज का उद्देश्य और भाईचारे की इसकी भावना इसके ध्येय वाक्य-प्रो बोनो पब्लिको, जिसका अर्थ है,‘सर्वजन हिताय’में भी परलक्षित होती है । मुझे बताया गया है कि यहां 57 कार्यक्रम संचालित किए जाते हैं और राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद के अनुसार कॉलेज को‘ए’ श्रेणी की वरीयता दी गई है।
7. वास्तव में प्रसन्नता की बात यह भी है कि परिसर के भीतर स्थित गुरुद्वारे में एक लंगर रसोई है जो रोजाना लगभग 700 विद्यार्थियों को मुफ्त भोजन उपलब्ध करवाती है। तमिलनाडु एक ऐसा राज्य है जिसने भारत को विद्यालयों में‘दोपहरका भोजन’ कार्यक्रम चलाने का विचार प्रदान किया परंतु कॉलेज स्तर पर दोपहर का भोजन उपलब्ध करना एक अनोखी बात है। और इसके लिए मैं एक बार फिर कॉलेज प्रशासन को बधाई देता हूं।
देवियो और सज्जनो और प्यारे विद्यार्थियो
8. शिक्षा का महत्व डिग्री प्राप्त करने या नौकरी के लिए प्रशिक्षण प्राप्त कर लेने मात्र में निहित नहीं है। इसका असली महत्व समाज में योगदान देना और वंचितों तथा हमसे ज्यादा जरुरतमंदों की मदद करना है। गुरु नानक कॉलेज ने इसी भावना के अनुरूप एक गैर सरकारी संगठन, जो विशेष बच्चों -जिनकी जरूरतें विशेष हैं, के लिए एक स्कूल का संचालन करता है, की साझेदारी से एक विशेष सुविधा उपलब्ध कराई है।मुझे बताया गया है कि ऐसे विद्यार्थियों को रोजगार ढूंढने और मुख्यधारा में शामिल करने में मदद के लिए प्रमाण पत्र पाठ्यक्रम संचालित किए जाते हैं। मैं ऐसे प्रयासों की सफलता की कामना करता हूं।
9. आपका कॉलेज समाज की सेवा करने और विद्यार्थियों को सामाजिक रूप से जिम्मेदार बनाने के लिए कठोर प्रयास कर रहा है।मुझे ज्ञात हुआ है कि दिसंबर, 2015 में चेन्नै में आई बाढ़ के बाद, गुरु नानक कॉलेज का एक दल मुसीबत में पड़े लोगों तक सबसे पहले पहुंचने वालों में से एक था और उन्होंने भोजन, पानी, चिकित्सा और अन्य जरूरी वस्तुएं उन्हें मुहैया करवाई थीं। चेन्नै के सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में शामिल वेलाचेरी इलाके में आपके कॉलेज के शिक्षकों और विद्यार्थियों ने 250 से अधिक लोगों को आपदा से बचाकर बाहर निकाला।
10. यह गुरु नानक देव के संदेश का एक सच्चा मूर्त रूप था। उनका आशीर्वाद सदा आप पर बना रहे।
धन्यवाद
जय हिंद