Back

बल्गारिया के राष्ट्रपति श्री रूमेन रादेव द्वारा आयोजित राजभोज में भारत के राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविन्‍द का संबोधन

सोफिया : 05.09.2018

Download PDF

1. राष्ट्रपति महोदय, मैं आपके भावपूर्ण स्वागत और हार्दिक आतिथेय के लिए आपको धन्यवाद देता हूं। बल्गारिया की राजकीय यात्रा पर आना मेरे लिए सम्मान की बात है।

2. बल्‍गारिया और भारत विशेष मित्र हैं। हमारे संबंधों का इतिहास बहुत पुराना है। वितोशा पर्वतमाला की चिरंतन ऊर्जस्विता और सोफिया की प्रतिमा के ज्ञान और ख्‍याति ने हमारे संबंधों को सहेजा है और सशक्‍त किया है।

3. समृद्ध सांस्कृतिक अतीत और साझे लोकतांत्रिक मूल्यों की बुनियाद पर हमने एक आधुनिक साझेदारी का निर्माण किया है। हम एक दूसरे के प्रति असाधारण विश्वास और भरोसा रखते हैं।

4. आज हम अपने बहुआयामी संबंधों को और सुदृढ़ बनाने के लिए प्रतिबद्ध हुए हैं। हमारे घनिष्‍ठ राजनीतिक संबंधों ने हमें अपनी वैश्विक साझेदारी को सही अर्थों में सार्थक बनाने की गुंजाइश प्रदान की है। हमारे पास अपने आर्थिक संबंधों को वैसी ही ऊर्जा और गति प्रदान करने का यही समय है। भारत की उच्‍च आर्थिक प्रगति और बल्‍गारिया की उत्‍कृष्‍ट कारोबार और प्रौद्योगिकी विशेषताओं के जरिए हमें परस्पर विकास और समृद्धि के लिए एक-दूसरे के निकट आना चाहिए।

5. महामहिम, कुछ ही देशों में हमारी भांति सहज गहरी सांस्कृतिक सद्भावना और एकजुटता पाई जाती है। उपनिषद, योग और आयुर्वेद से आपने भारत को गहराई से जाना-समझा है। जॉर्जी राकोव्‍स्‍की और बोरिस जियोर्जिव के विचार और दर्शन ने हमें बल्गारियाई लोगों और उनकी संस्कृति को जानने-समझने में मदद की है।

6. महा‍महिम, हमारे संबंधों का भविष्य हमारे युवाओं के हाथों में है।मुझे आज सोफिया विश्वविद्यालय में आप के विद्यार्थियों से बात करके खुशी हुई है। हमें अपने युवाओं को एक दूसरे के संपर्क में लाना चाहिए। बल्गारियाई फुटबाल सितारे, दीमितर बरबातोव ने भारत के अनेक फुटबॉल प्रेमियों को प्रेरित किया है और अब भारतीय सिनेमा के जादू और बल्गारियाई पर्वतों की खूबसूरती की पृष्‍ठभूमि में हम आपस में पहले से कहीं ज्‍यादा नजदीक आ रहे हैं।वे आपस में मिल-जुलकर एक सतत, सुरक्षित और समृद्ध विश्‍व के लिए नए विचार और आदर्श गढ़ सकते हैं।

7. बारी-बारी से संचालित यूरोपीय संघ की अध्‍यक्षता के क्रम में इस समय यूरोपीय संघ की सफल अध्‍यक्षता के लिए मैं बल्‍ग‍ारिया की सराहना करता हूं।

8. महामहिम, मुझे विश्वास है कि आपकी यात्रा से हमारे हार्दिक और मैत्रीपूर्ण संबंधों में एक नया अध्याय आरंभ होगा।


देवियो और सज्जनो, इन्‍हीं शब्दों के साथ,आइए हम सब मिलकर:

बल्गारिया के राष्ट्रपति और प्रथम महिला के स्वास्थ्य और कुशलता की; और

भारत और बल्‍गारिया के लोगों की चिरस्‍थायी मैत्री की कामना करें।

धन्यवाद!