इथियोपिया संघीय लोकतांत्रिक गणराज्य के राष्ट्रपति, डॉ.मुलाटू टेशोम द्वारा आयोजित राज-भोज में भारत के राष्ट्रपति, श्री राम नाथ कोविन्द का संबोधन
अदीस अबाबा : 05.10.2017
आपके सुंदर देश की यात्रा करना मेरे लिए वास्तव में सौभाग्य की बात है, विशेषकर इसलिए भी कि राष्ट्रपति निर्वाचित होने के बाद यह मेरी पहली विदेश यात्रा है। मैंने अपनी सबसे पहली यात्रा के लिए इथियोपिया को चुना है और इससे यह पता चलता है कि आपके देश के साथ हमारे संबंधों को हम कितना महत्व देते हैं।हमारी चिर-स्थायी मैत्री के प्रति सम्मान प्रकट करने और हमारे युगों पुराने संबंधों को और प्रगाढ़ बनाने के लिए ही मैं यहां आया हूं।
मुझे यह इल्म है कि इथियोपिया की यात्रा करने का अर्थ है-मानवता की पोषक भूमि की, ‘लूसी’ के देश की और अफ्रीका की सर्वाधिक प्राचीन राजशाही वाले देश की यात्रा करना।
महामहिम, मैं आपके द्वारा किए गए हार्दिक स्वागत और सद्भावनापूर्ण आतिथेय के लिए आपका हार्दिक आभार व्यक्त करता हूं। हवाई अड्डे पर व्यक्तिगत रूप से स्वागत करने पहुँचने सेमैं वास्तव में अभिभूत हूं।
मेरी यात्रा हमारे द्विपक्षीय संबंधों में एक मील का पत्थर है। भारत जहां अपनी स्वतंत्रता की 70वीं वर्षगांठ मना रहा है, वहीं हम दोनों देशों के बीच औपचारिक राजनयिक संबंधों की स्थापना के 70वें वर्ष की शुरुआत हो रही है।
महामहिमगण,
हमारे देश, प्राचीन देश हैं। युगों-युगों से एक दूसरे के साथ हमारे संपर्क रहे हैं और हम एक दूसरे के साथ जुड़े रहे हैं। भारतीय व्यापारी बड़ी संख्या में एडुलिस के प्राचीन बंदरगाह पर आते थे और सोने और हाथी दांत के बदले रेशम और मसालों का व्यापार किया करते थे। 19वीं शताब्दी के उत्तरार्ध में बड़ी संख्या में भारतीय समुदाय के लोग यहां आए और यहीं पर बस गए। इसके पश्चात भारतीय शिक्षक यहां आए और उनके साथ भारतीय चिंतन और ज्ञान भी आया; इसमें से कुछ ज्ञान हमने आप से ही सीखा था और उसे हमने अपना बना लिया।
इधर से भारत की ओर भी आवागमन हुआ है। इथियोपियाई मूल के हजारों लोग भारत के पश्चिमी घाट पर बसे भारतीय समाज का अभिन्न हिस्सा बन गए। उनमें से अनेक लोग राजा, महारानी और सैन्य कमांडर भी बने। भारत के वर्तमान गुजरात राज्य में साचिन रियासत हमारे परस्पर संबंधों का एक स्वर्णिम उदाहरण है।
हमारे आदान-प्रदान से बहुत सी दूसरी समानताएं भी पैदा हुई हैं। आपका भाषायी ताना-बाना भी हमारी क्षेत्रीय भाषायी विविधता जैसा ही है। आपका संगीत हमारे तबले की थाप जैसा लयबद्ध है और आपकी शामा की तहें हमारे यहां की साड़ी की तहों की भांति सुंदर हैं। अभी मुझे आपके इंजेरा का रसास्वादन करना है, लेकिन मुझे पक्का विश्वास है कि यह हमारे डोसा के समान ही स्वादिष्ट होगा।
महामहिमगण,
हमने अपने युगों पुराने संबंधों की बुनियाद पर एक समसामायिक और आधुनिक साझेदारी का निर्माण किया है।
इथियोपियाई नेतृत्व के साथ आज मेरी सार्थक बैठक हुई हैं। हम दोनों पक्ष द्विपक्षीय और वैश्विक संबंधों को और घनिष्ट बनाने के प्रति वचनबद्ध हैं।
हमने, संयुक्त कारोबार संवाद में अपने फलते-फूलते आर्थिक और वाणिज्यिक रिश्तों का जायजा लिया तथा उसे और बढ़ाने पर सहमति तैयार की।
महामहिमगण,
भारत-इथियोपिया संबंध बहुत अच्छे चल रहे हैं। हम मिलकर विज्ञान के क्षेत्र में गहन अनुसंधान कर रहे हैं। हमारे युवा मिलकर अन्वेषण और नवाचार कर रहे हैं। हमारा शिक्षा संपर्क लगातार ऊंचाइयों की ओर बढ़ रहा है।
भारत आपके साथ अपने विकास अनुभवों को साझा करने तथा इथियोपिया की अपनी विकास प्राथमिकताओं के अनुसार परियोजनाओं को वित्त प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध रहा है। आज हम इथियोपियाई प्रगति और विकास में सहयोग के लिए एक नई ऋण सहायता पर विचार करने पर सहमत हुए हैं।
हमें खुशी है कि हमारे तकनीकी सहयोग और क्षमता निर्माण कार्यक्रम चिर-स्थायी, प्रभावशाली और सतत मूल्यों और कौशलों का सृजन कर रहे हैं।
हम अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन के प्रति आपके समर्थन को महत्वपूर्ण मानते हैं। जलवायु न्यायसंगति के विचार पर सृजित अधिक सतत विश्व के निर्माण के प्रति हमारी साझी प्रतिबद्धता इससे प्रतिबिंबित होती है।
महामहिमगण,
हम इथियोपिया को विश्व के साथ हमारे बढ़ते हुए संबंधों में एक सहज साझीदार के रूप में देखते हैं।हमें मिलकर आतंकवाद की बुराई का मुकाबला करना चाहिए। और मिलकर ही हमें वैश्विक शासन की नई और पुरानी संस्थाओं को संवारना औरपरिवर्तित करना चाहिए।
इथियोपिया की आवाज अब सम्मान के साथ सुनी जाती है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् के अस्थाई सदस्य के रूप में आपका चुनाव और डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक के रूप में डॉ. टेड्रोस अडानोम का निर्वाचन हम सभी के लिए गौरव के विषय हैं। मैं इन शानदार उपलब्धियों के लिए इथियोपिया के लोगों को हृदय से बधाई देता हूं।
महामहिमगण, देवियो और सज्जनो,
अंत में, मैं एक बार फिर कहना चाहूंगा कि आपके खूबसूरत देश की यात्रा करने पर मैं स्वयं को सौभाग्यशाली महसूस कर रहा हूं। मैं इथियोपिया को आने वाले वर्षों में और अधिक शांति, समृद्धि और विकास की शुभकामनाएं देता हूं।
आप सभी का धन्यवाद।
महामहिम तथा देवियो और सज्जनो, आइए हम सब मिलकर:
-इथियोपिया के महामहिम राष्ट्रपति के स्वास्थ्य और प्रसन्नता की;
-इथियोपिया के लोगों की प्रगति और समृद्धि की: तथा,
-भारत और इथोयोपिया के बीच चिरस्थायी मैत्री की कामना करें।