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चेक गणराज्य में भारतीय समुदाय द्वारा आयोजित स्वागत समारोह में भारत के राष्ट्रपति, श्री राम नाथ कोविन्‍द का संबोधन

प्राग : 06.09.2018

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1. मैं इतने हार्दिक और भाव-भीने स्वागत के लिए आपका धन्यवाद करता हूं। मुझे आपसे मिलकर बहुत खुशी हुई है। आपकी यहां उपस्थिति से पता चलता है कि अपने देश और अपने पूर्वजों की भूमि के प्रति आपके हृदय में अनुराग बना हुआ है।

2. मुझे यह जानकर खुशी हुई किचेक गणराज्य में भारतीय समुदायचाहे संख्या में कम हो परंतु इस देश की प्रगति में वह काफी योगदान दे रहा है। पेशेवरों, वैज्ञानिकों, उद्यमियों और विद्यार्थियों के तौर पर आप दोनों देशों के बीच एक सजीव सेतु के रूप में भी कार्य करते हैं। आपने इस देश में रहते हुए तरक्‍की की है और अपने लिए भारत देश के लिए गहरा सम्मान अर्जित किया है। हमें आपकी सफलता पर सचमुच गर्व है।

3. यह देश केवल खूबसूरत ही नहीं है बल्कि भारत और भारतीयों के लिए बड़े दिलवाला देश भी है। चेक गणराज्य के साथ हमारे संबंध गर्मजोशी से भरे और मैत्रीपूर्ण रहे हैं। हमारे संबंध हजारों वर्ष से चले आ रहे हैं जब बोहेमिया के व्यापारी भारत से मसाले और रेशम खरीदा करते थे। दोनों देशों की एक समृद्ध सांस्कृतिक विरासत रही है जो विगत वर्षों में सशक्‍त हुई है। यहां का चार्ल्स विश्वविद्यालय यूरोप में भारतविद्या का सर्वाधिक पुराना केन्‍द्र है। प्रख्यात चेक विद्वानों ने रवीन्‍द्रनाथ टैगोर की कृतियों को चेकवासियों तक पहुंचाया और भारत के साथ एक घनिष्ठ सांस्कृतिक संबंध विकसित करने में मदद की। प्राग में रवीन्‍द्रनाथ टैगोर की आवक्ष मूर्ति की स्थापना और उनके नाम पर‘ठाकुरोवा’ट्राम स्टेशन का नामकरण, गुरुदेव और उनकी काव्य प्रतिभा के प्रति श्रद्धांजलि है।

4. इस शहर और इस देश के साथ हमारे कुछ और भी बहुत रोचक संपर्क-सूत्र रहे हैं। हमारे महान सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने प्राग की यात्रा की थी और कुछ समय यहां बिताया था। अपनी मातृभूमि की स्वतंत्रता के अपने प्रयास के रूप मेंउन्होंने 1934 में प्राग में इंडो-चेक एसोसिएशन की स्थापना की। एक अन्‍य विशेष संबंध का उल्‍लेख भी महत्‍वपूर्ण है। आपमें से अधिकांश लोग जानते होंगे कि‘बाटा’नामक ब्रांड, जिसके साथ सभी भारतीय पले-बढ़े हैं और जिसे हम सब अपना ही मानते हैं, उसकी जड़ें इसी देश में हैं। चेक गणराज्य के महान सपूत टॉमस बाटा ने यहां से थोड़ी दूर स्थित एक नगर में‘बाटा शू कंपनी’ की स्थापना की थी। यहीं सेयह ब्रांड भारत में कोलकाता के निकट बाटानगर सहित दुनिया के कोने-कोने में फैल गया। बाटा के जूते आज भारत के प्रत्येक गांव, प्रत्येक नगर और प्रत्येक शहर में पहने जाते हैं।

5. हम चेक गणराज्य के साथ अपने संबंधों को सुदृढ़ और विविध बनाने के उत्‍सुक हैं। कल,राष्ट्रपति जमान के साथ हमारे द्विपक्षीय संबंधों विशेषकर हमारे आर्थिक रिश्तों को, आगे बढ़ाने पर हमारा विचार विमर्श होगा। चाहे व्यापार हो, प्रौद्योगिकी हो या निवेश हो, कारोबार के दो-तरफा विकास के अनगिनत अवसर वि़द्यमान हैं। इस यात्रा में मेरे साथ एक बड़ा कारोबारी शिष्टमंडल आया है। मैं उम्मीद करता हूं कि आप स्थानीय अवसरों और संभावनाओं पर उनका मार्गदर्शन करने और उनसे मिलने के लिए समय निकालेंगे।

देवियो और सज्जनो,

6. हमारे देश की गतिशीलता और हमारे आर्थिक विकास ने भारत को अंतरराष्ट्रीय मंच पर एक चमकता हुआ सितारा बना दिया है। भारत, 8.2% की वर्तमान विकास दर के साथ विश्व की सबसे तेजी से बढ़ती हुई प्रमुख अर्थव्यवस्था है। हमने स्मार्ट सिटी, हवाई अड्डे, उच्च गति के रेल गलियारों, राजमार्गों और साइबर कनेक्टिविटी सहित उन्‍नत स्‍तर के बुनियादी ढांचे का निर्माण करने की महत्‍वाकांक्षी योजनाएं शुरू की हैं। अपने उन्नत प्रौद्योगिकी आधार के साथ विनिर्माण क्षेत्र के शक्तिपुंज के रूप में चेक गणराज्य हमारे‘मेक इन इंडिया’, ‘डिजिटल इंडिया’, ‘स्टार्ट-अप इंडिया’ और अन्य राष्ट्रीय कार्यक्रमों में एक प्रमुख भागीदार बन सकता है। हम इस प्रयास में आपके सहयोग के आकांक्षी हैं। आपका पेशेवर अनुभव, आयोजन शक्ति और उद्यमशीलता की भावना इस साझेदारी को प्रगाढ़ बना सकती हैं।

7. आज भारत के प्रति सकारात्‍मक रवैया दिखाई देता है। हमारे प्रति लोगों का दृष्टिकोण स्पष्ट रूप से बदला है। अपनी यात्रा के दौरान आपने इसे साक्षात अनुभव किया होगा। भारतीय पासपोर्ट का महत्व बढ़ गया है। हमारे देश के लोगों में एक नया आत्मविश्वास है। महाराष्ट्र के गांवों में रहने वाले पिछड़े युवा बच्चों ने एवरेस्ट पर चढ़ने का साहस दिखाया है और हमारी महिला नौसैनिकों के दल ने विश्व की सफल समुद्री परिक्रमा की है। भारत तेजी से बदल रहा है और विश्व की नजर हमारी तरफ है:

· वर्ष 2016-2017 में भारत में 7 बिलियन अमेरिकी डॉलर से भी अधिक का अभूतपूर्व प्रत्यक्ष विदेशी निवेश आया।

· विश्व बैंक की कारोबार सुगमता वरीयता में पिछले 3 वर्षों में हम 42 स्थान ऊपरआए हैं।

· पिछले 2 वर्षों में विश्व आर्थिक मंच की वैश्विक प्रतिस्पर्धा सूची में हम 32 स्थान ऊपर आए हैं।

· विश्व बैंक की विद्युत सुलभता सूची में हमने 73 स्थानों की छलांग लगाई है।

8. हमारा देश, विशाल युवा आबादी वाला देश है। हमारे युवाओं के सपने और अपेक्षाएं असीम हैं। वे डिजिटल क्रांति को आगे बढ़ा रहे हैं, स्टार्ट-अप वातावरण को ऊर्जा से भर रहे हैं और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में अग्रणी कार्य कर रहे हैं। कुशल मानव संसाधन के विशाल समूह की शक्ति के बल पर हम चौथी औद्योगिक क्रांति से सर्वोत्तम लाभ लेने की तैयारी कर रहे हैं।

9. और जहां एक ओर हम विकास के लिए प्रयास कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर हम अपने सामाजिक दायित्वों के प्रति भी पूरी तरह सचेत हैं। हमारे महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम‘बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ’के अच्छे परिणाम आ रहे हैं। उज्ज्वला योजना के अंतर्गत हमने अपने महिला समाज को दम घोटने वाले धुएं से मुक्त करते हुए 50 मिलियन पिछड़े परिवारों को खाना बनाने की स्वच्छ गैस के कनेक्शन वितरित किए हैं। हमारे महत्‍वाकांक्षी‘आयुष्मान भारत कार्यक्रम’ का लक्ष्य 500 मिलियन लोगों को स्वास्थ्य लाभ प्रदान करने का है।

देवियो और सज्जनो

10. हम मानते हैं कि विदेश में बसा, प्रत्येक भारतीय हमारा सांस्कृतिक राजदूत है। जहां भी आप जाएं, आप स्थानीय लोगों के साथ अपनी संस्कृति के सौंदर्य और ज्ञान को साझा करें। इस वर्ष 2 अक्टूबर को हम महात्मा गांधी के 150वें जन्‍मदिन का विश्वव्यापी समारोह आरंभ करने जा रहे हैं। हम उम्मीद करते हैं कि आप हमारे प्रयासों में अधिक से अधिक सहयोग करेंगे।

11. प्रवासी भारतीय समुदाय के साथ हमारे संपर्क में अब एक नया जोश दिखाई दे रहा है। हमने अपनी ओसीआई योजना को लचीला बनाया है ताकि अधिक से अधिक लोग इसका लाभ उठा सकें। हम विदेश में बसे प्रत्येक भारतीय से जुड़ना और उसके साथ सहयोग करना चाहते हैं और जरूरत पड़ने पर उनकी मदद करना चाहते हैं। हमने कुशल कॉन्सुलर सेवाएं उपलब्‍ध कराने के लिए सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म तैयार किए हैं। विदेशों में स्थित हमारे दूतावास जरूरतमंद लोगों की सेवा के लिए 24 घंटे उपलब्ध हैं। पिछले कुछ वर्षों में हमने विदेश में हिंसा और आपदा से ग्रस्त क्षेत्रों से 90000 भारतीयों को बचाया। इनमें 50 अन्य देशों के नागरिक भी शामिल हैं। हमारी प्रतिबद्धता और कार्रवाई के परिणाम स्वरूप आज विदेश में बसा प्रत्येक भारतीय आश्वस्त है और इस विश्वास से भरा हुआ है कि उसकी सरकार उनकी रक्षा करेगी और जरूरत पड़ने पर उनकी मदद करेगी। हम अगले वर्ष 21 से 23 जनवरी तक वाराणसी में प्रवासी भारतीय दिवस मनाएंगे। मैं उम्मीद करता हूं कि आप इसमें अवश्‍य शामिल होंगे।

12. हम भारत को वास्तव में विकसित देश बनाने और यह सुनिश्चित करने के लिए अग्रसर होने के प्रति संकल्पबद्ध हैं कि भारत विश्व व्यवस्था में अपना यथोचित स्थान अर्जित करे। मुझे उम्मीद है कि चेक गणराज्य का भारतीय समुदाय दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और आर्थिक संबंधों को मजबूत बनाने का भरसक प्रयास करेगा।

13. हम चाहते हैं कि आप विकास और समृद्धि की दिशा में चल रही हमारी यात्रा में शामिल हों।21वीं शताब्दी को‘एशियाई शताब्‍दी’कहा जा रहा है और भारत की इसमें निश्चित रूप से अहम भूमिका होगी। आप कहीं भी रहें, आप इस भूमिका के प्रभाव को महसूस करेंगे, आप उदीयमान भारत के प्रभाव को महसूस करेंगे।

देवियो और सज्जनो

14. मैं एक बार फिर, आज की शाम, आपकी उपलब्धियों और आपकी यहां उपस्थिति की गहरी सराहना करता हूं। और आपको आमंत्रित करता हूं कि जब भी आप भारत आएं, राष्ट्रपति भवन अवश्‍य आएं। यह मेरा आधिकारिक आवास भले ही परंतु सबसे पहले और सबसे अधिक यह भवन आपका है और समूचे राष्ट्र का है। मैं चेक गणराज्य के लोगों का भी धन्यवाद करता हूं जिन्होंने इतने सम्मान और गरिमा के साथ आपकी मेज़बानी की है।

धन्यवाद!