बेल्जियम के महामहिम राजा, श्री फिलिप एवं रानी मथिल्डे के सम्मान में आयोजित राजभोज के अवसर पर भारत के राष्ट्रपति, श्री राम नाथ कोविन्द का अभिभाषण
राष्ट्रपति भवन: 07.11.2017
बेल्जियमवासियों के महामहिम नरेश फिलिप
बेल्जियमवासियों की महारानी मैथिलडे
बेल्जियम के उप प्रधान मंत्री और विदेश मंत्री,
फ्लान्डर्स,वालोनिया और ब्रुसेल्स प्रांतों के मंत्री अध्यक्ष,
महामहिमगण,
देवियो और सज्जनो,
महामहिम और आपके शिष्टमंडल के विशिष्ट सदस्यों का भारत में स्वागत करता हूं।
महामहिमगण,यद्यपि यह आपकी प्रथम राजकीय यात्रा है परंतु आप हमारे देश में विशिष्ट मित्र के रूप में जाने जाते हैं।
युवराज के रूप में,आपने अनेक सफल व्यापार मिशनों का नेतृत्व करते हुए, भारत की यात्रा की है। आप वास्तव में, भारत-बेल्जियम आर्थिक संबंधों के एक मजबूत समर्थक रहे हैं और आपकी यह भूमिका हमारे बढ़ते हुए द्विपक्षीय व्यापार में हीरे के चमक से भी ज्यादा है।
भारत की जनता हमारे दोनों राष्ट्रों के उत्कृष्ट संबंधों में आपके व्यक्तिगत योगदान को महत्वपूर्ण मानती है और उसकी सराहना करती है।
आपने भारत को सिर्फ काम के लिए ही नहीं बल्कि अपने हनीमून तथा इंटर्न विद्यार्थी के रूप में काम करने के लिए चुना था। हम इसके लिए आपके आभारी हैं।
महामहिमगण,
हम इस वर्ष अपने राजनयिक संबंधों के 70वर्ष मना रहे हैं इसलिए आपकी राजकीय यात्रा बहुत विशेष है। और ताज की यात्रा से शुरुआत करके आपने इसे और अधिक विशेष बना दिया है।
मुझे विश्वास है कि आज हुए समझौते और घोषित पहलों से हमारी चिरस्थायी मैत्री में एक और नए अध्याय की शुरुआत होगी।
भारत और बेल्जियम स्वाभाविक साझीदार हैंः हमारी लोकतंत्र, मानवाधिकार और बहुलवाद के प्रति एक साझी प्रतिबद्धता तथा एक न्यायपूर्ण और समतापूर्ण विश्व व्यवस्था बनाने की एक जैसी आकांक्षा है।
महामहिमगण,
औपचारिक संबंध स्थापित होने से बहुत पहले से, हमारा एक दूसरे से संवाद और संबंध बना रहा है। भारतीय सैनिक अपने बेल्जियन भाइयों और बहनों की रक्षा के लिए फ्लान्डर्स फील्ड में लड़े और अपने प्राणों का बलिदान कर दिया।
और भारत में, आपके लोगों ने स्कूलों और कॉलेजों की स्थापना की है। ऐसे अन्य लोग भी थे जिन्होंने हमारी संस्कृत और हिंदी भाषाओं को बढ़ावा देने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया।
इन पुराने संबंधों के आधार पर निर्मित, आज हमारे रिश्ते विस्तृत तथा और अधिक घनिष्ठ हो गए हैं। हमारे लोगों के आपसी संपर्क बढ़ रहे हैं।
हमारे मसालों की सुगन्ध को आपकी स्वादिष्ट चॉकलेट में इस्तेमाल किया जा रहा है; हमारे वैज्ञानिक मिलकर सितारों का अवलोकन कर रहे हैं और हमारे हॉकी के खिलाड़ी आपस में स्पर्धी बने हुए हैं। हमने वास्तव में, परस्पर सहयोग की एक रोमांच भरी नयी दुनिया में प्रवेश कर लिया है।
महामहिमगण,
यह अद्भुत है कि बेल्जियम के नरेश को, बेल्जियमवासियों के नरेश के रूप में संबोधित किया जाता है, जिसका अर्थ है, नरेश अपनी जनता का प्रतिनिधित्व करते हैं। बेल्जियम अन्य बहुत से कारणों से भी विशेष है।
यदि जेरारदस मेर्केटर ने विश्व मानचित्र प्र्रक्षेप का आविष्कार न किया होता तो विश्व को इतने सटीक रूप में प्रस्तुत नहीं किया जाता।
यदि पेयो ने ‘स्मर्फ्स’नामक छोटे ब्लू मेन के बारे में कॉमिक फ्रेंचाइज को डिजायन न किया होता और हेरजे ने ‘एडवेंचर्स ऑफ टिनटिन’कॉमिक्स न बनाई होती तो हमारे बच्चे बहुत सारी मधुर स्मृतियों से वंचित रह जाते। और यह भवन भी इतना सुंदर न होता यदि इसमें बेल्जियम के शीशे और क्रिस्टल न लगे होते।
महामहिम,
विश्व युद्धों के बाद बेल्जियम अर्थव्यवस्था में उल्लेखनीय बदलाव ने, बेल्जियम को अंतरयूरोप व्यापार और संपर्क का एक महत्वपूर्ण भागीदार बना दिया है। यह तभी से यूरोप की औद्योगिक प्रगति में अग्रणी बना हुआ है।
वर्तमान समय में, जबकि भारत अपने विकास में नई ऊर्जा भरने के लिए विश्व के साथ जुड़ रहा है, हम एक बार फिर अपनी विकास गाथा में भागीदार बनने के लिए बेल्जियम के निवेशकों का स्वागत करते हैं।
पिछले तीन वर्षों में हमारी सरकार ने व्यापार में सरलीकरण लाने के लिए काफी प्रयास किया है। इसके परिणाम सबके सामने हैं। हाल ही में वर्ल्ड बैंक ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’रैंकिंग में हम 30 स्थान ऊपर आये हैं, और 2014 से कुल मिलाकर 42 स्थान ऊपर पहुंच गए हैं। हम अपनी स्थिति में और अधिक सुधार लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
निवेश नियम सरलीकरण के उद्देश्य से,हमारे प्रयासों से एफडीआई ने 150 प्रतिशत की छलांग लगाई है। हमारी एफडीआई जो 2013-14 में 24 बिलियन अमरीकी डॉलर थी, 2016-17 में बढ़कर 60 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गई है।
वस्तु एवं सेवा कर के मील का पत्थर माने जाने वाले हमारे सुधार के लागू होने से पहली बार राष्ट्रीय एकल बाजार का निर्माण हुआ है, उसमें बेहतर पारदर्शिता आई है, उसका अनुपालन हुआ है और यह विनिर्माण के लिए भारत को एक सुधारात्मक स्थान बनाएगा।
यूरोप के बीचों-बीच स्थित बेल्जियम, यूरोप को एक सफल एकल बाजार के रूप में एकजुट करने की प्रक्रिया में अहम भूमिका निभा रहा है। आपकी सरकार यूरोपीय परियोजना के प्रति निरंतर समर्पित रही है। भारत भी यूरोपीय संघ को बदलते विश्व में स्थिरता के एक कारक के रूप में देखता है और इसके लोगों की सफलता की सच्ची कामना करता है।
मुझे विश्वास है कि आपकी राजकीय यात्रा हमारा सहयोग बढ़ाने के प्रयासों में एक मील का पत्थर बनेगी तथा हमारी परस्पर लाभकारी साझेदारी को नई मजबूती देगी।
इन्हीं शब्दों के साथ, मैं एक बार फिर महामहिमगण आपका स्वागत करता हूं और भारत की आपकी सफल और व्यक्तिगत रूप से सुखद यात्रा की कामना करता हूं।
महामहिमगण, देवियो और सज्जनो, आइए हम सब मिलकरः
- बेल्जियमवासियों के महामहिम नरेश और महारानी के स्वास्थ्य और कुशलता;
- बेल्जियम की जनता की निरंतर प्रगति और समृद्धि तथा
- भारत और बेल्जियम की जनता के बीच स्थायी मैत्री की कामना करें।
धन्यवाद ।