भारत के राष्ट्रपति, श्री राम नाथ कोविन्द का इक्वेटोरियल गिनी में प्रवासी भारतीयों को सम्बोधन
गिनी : 08.04.2018
1. भारतीय समुदाय के आप सभी लोगों को यहां एक साथ देखकर और आप सबके बीच आकर मुझे बहुत खुशी हो रही है। सचमुच, अपनों से मिलकर सबको खुशी होती है। जिस गर्मजोशी के साथ मेरा स्वागत किया गया है उसके लिए मैं आप सबको धन्यवाद देता हूं।
2. भारत के अलग-अलग हिस्सों से आकर आप सबने यहां एक‘मिनी-इंडिया’ का निर्माण किया है। भारतवासी दुनियां के हर हिस्से में जाकर अपनी पहचान बना रहे हैं और देश का नाम रोशन कर रहे हैं। आप सभी ने अपनी हिम्मत, कड़ी मेहनत और लगन से इस देश में अपनी पहचान बनाई है। आप सबने सफलता और समृद्धि अर्जित करने के साथ-साथ भारतीय मूल्यों तथा सांस्कृतिक विरासत की रक्षा भी की है। यहां के जीवन में घुल-मिल कर आप सबने पूरी दुनियां को एक ही परिवार समझने वाले‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ के आदर्श को सही मायनों में चरितार्थ किया है। ऐसा करते हुए आपने नए अवसर और नए रोजगार पैदा किए हैं तथा इक्वेटोरियल गिनी के निर्माण में अपना योगदान दिया है। मैं आप सबकी कामयाबी पर बहुत गर्व का अनुभव करता हूं।
3. भारतवासियों के दिलों में अफ्रीका महादेश के लिए एक बहुत ही खास जगह है। महात्मा गांधी ने दक्षिण अफ्रीका में अपनी गहरी छाप छोड़ी थी और नेल्सन मंडेला भी गांधी जी को अपना आदर्श मानते थे।
4. इक्वेटोरियल गिनी जैसे अफ्रीका के सभी मित्र-राष्ट्रों को प्राथमिकता देना भारत सरकार की नीति है। अफ्रीका की यह मेरी तीसरी यात्रा है। अपनी इस यात्रा के दौरान मैं यहां से ज़ाम्बिया और स्वाज़ीलैंड भी जाऊंगा।
5. भारत के राष्ट्रपति द्वारा इस सुंदर देश की यह पहली यात्रा है। इस प्रकार इक्वेटोरियल गिनी के साथ भारत के सम्बन्धों में एक नए दौर की शुरुआत से जुड़ना मेरे लिए बहुत खुशी की बात है। आज इक्वेटोरियल गिनी के राष्ट्रपति के साथ मेरी अच्छी और उपयोगी बातचीत हुई। हम दोनों इस बात पर सहमत हुए कि पिछले कुछ वर्षों के दौरान भारत और इक्वेटोरियल गिनी के सम्बन्धों में जो गहराई आई है उसे और शक्ति प्रदान करनी है ताकि हमारे आपसी संबंध नई ऊंचाइयों तक पहुंच सकें। भारत और इक्वेटोरियल गिनी, दोनों ही, उपनिवेश रहे हैं और संघर्ष करके आज़ाद हुए हैं। दोनों के बीच परस्पर सीखने की बहुत संभावनाएं हैं। मुझे बहुत आशा है कि मेरी इक्वेटोरियल गिनी की इस यात्रा से हमारे द्विपक्षीय सम्बन्धों में नए आयाम जुड़ेंगे और हमारे सम्बन्धों में बढ़ोतरी होती रहेगी।
भाइयों और बहनों
6. भारत सरकार इक्वेटोरियल गिनी के साथ रिश्तों को मजबूत बनाने के लिए तत्पर है। हम इक्वेटोरियल गिनी में कौशल-विकास करने और‘केपासिटी बिल्डिंग’ में सहायता करने के लिए वचनबद्ध हैं। भारत सरकार ने यहां एक‘इंगलिश ट्रेनिंग लैबोरेटरी’ तथा एक‘आंत्रप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट एंड वोकेशनल ट्रेनिंग सेंटर’ खोलने का प्रस्ताव किया है।
7. दोनों सरकारों के बीच सहयोग बढ़ रहा है। मुझे खुशी है कि आपके प्रयासों से दोनों देशों के लोगों के आपसी संबंध भी और मजबूत हो रहे हैं। भारतीय समुदाय का सदस्य होने के नाते भारत और यहां के लोगों के बीच में रिश्ते बनाने में आप में से हर एक की महत्वपूर्ण भूमिका है। इक्वेटोरियल गिनी के लिए भारत सरकार के द्वारा नियुक्त राजदूत तो एक ही हैं लेकिन भारतीय समुदाय के आप सभी लोग यहां भारत के‘कल्चरल एम्बेसेडर’ हैं। आप सबके कारण ही इस देश में भारत की संस्कृति और परंपरा के बारे में जानकारी बढ़ी है। आप अपने सभी त्योहार उत्साह के साथ मनाइये और यहां के अपने दोस्तों को अपने त्योहारों में शामिल कीजिये। मुझे बताया गया है कि आप सब में से अधिकतर लोगों ने स्पैनिश भाषा सीख ली है। यह बहुत ही सराहनीय है। आप अपने संगीत, नाटक और सिनेमा आदि के जरिए अपने यहां के मित्रों का मनोरंजन कर सकते हैं। और आप बहुत कुछ कर भी रहे होंगे।
भाइयों और बहनों
8. भारत सरकार ने पूरी दुनियां में बसे हुए प्रवासी भारतीय समुदाय के लोगों के साथ जुड़ने और उन्हे भारत के विकास के साथ जोड़ने के लिए अनेक कदम उठाए हैं। उदाहरण के लिए ‘Know India Program’ का उद्देश्य है, प्रवासी भारतीय युवाओं को एक दूसरे से जोड़ना और उन्हे भारत के बारे में जानकारी तथा अनुभव प्रदान करना। नई दिल्ली में एक‘प्रवासी भारतीय केंद्र’ की स्थापना की गई है। यह केंद्र सभी प्रवासी भारतीयों के लिए एक‘वन स्टॉप रिसोर्स सेंटर’ है। मैं आप सबको प्रोत्साहित करना चाहता हूं कि आप सभी इन सुविधाओं का अधिक से अधिक उपयोग करें। यहां इक्वेटोरियल गिनी में भारत के दूतावास के निर्माण के लिए सिद्धान्त रूप में निर्णय ले लिया गया है। यहां दूतावास का परिसर बन जाने से आप सबको और अधिक सुविधा होगी। मैं आप सबसे यह अनुरोध करता हूं कि आप सभी अपनी मातृ-भूमि के साथ जो गहरा रिश्ता महसूस करते हैं उसे बनाए रखें तथा उसे और भी मजबूत बनाते रहें।
9. भारत विश्व में सबसे तेजी से बढ़ रही बड़ी अर्थ-व्यवस्थाओं में से एक है। यह जानकारी आप सब के लिए महत्वपूर्ण है, और उपयोगी भी है। आप सबको चाहिए कि आप तेजी से हो रहे इन बदलावों की जानकारी हासिल करते रहें। भारत और इक्वेटोरियल गिनी के बीच व्यापार और निवेश की बहुत संभावनाएं हैं। आप सब एग्रीकल्चर तथा स्माल और मीडियम स्केल के व्यापार में अपना योगदान दे सकते हैं।
10. मुझे बताया गया है कि आप में से अधिकतर लोग पहली पीढ़ी के प्रवासी हैं। आपने शुरुआत की मुश्किलें पार कर ली हैं जो कि सबसे अधिक चुनौती भरा दौर होता है। अब आप अपने दायरे को बढ़ाने की कोशिश कर सकते हैं। भारत में पाई जाने वाली हर प्रकार की सामग्री, अनुभव और जानकारी आप सबको उपलब्ध है। इसका इस्तेमाल आप अपने विकास के लिए कर सकते हैं। अपनी प्रतिभा और उत्साह को‘इन्फोर्मेशन और कम्युनिकेशन टेक्नोलोजी’ तथा अन्य आधुनिक विकास के क्षेत्रों में लगाकर आप सब अपने विकास को नई दिशा दे सकते हैं। साथ ही दुनियां में भारत की आर्थिक शक्ति और प्रतिष्ठा बढ़ाने में भी आप महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं।
भाइयों और बहनों
11. इस समारोह में उत्साह के साथ शामिल होने के लिए मैं आप सबको धन्यवाद देता हूं। मेरी शुभकामना है कि आप सभी का भविष्य सफलता, स्वास्थ्य और समृद्धि से भरपूर हो तथा आप भारत का नाम रोशन करते रहें। आप लोग जब भी भारत आएं तो राष्ट्रपति भवन भी जरूर पधारें। राष्ट्रपति भवन आप सबका भी है। आप सभी का भारत के राष्ट्रपति भवन में स्वागत है।
धन्यवाद!