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भारतीय रक्षा संपदा सेवा, भारतीय दूरसंचार सेवा तथा पी एंड टी भवन निर्माण सेवा के प्रशिक्षु अधिकारियों से भेंट के अवसर पर भारत के राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविन्‍द का संबोधन

राष्ट्रपति भवन : 11.07.2018

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1. मैं आप सभी का राष्ट्रपति भवन में स्वागत करता हूं और अपनी-अपनी संबंधित सेवाओं, भारतीय रक्षा संपदा सेवा, भारतीय दूरसंचार सेवा तथा पी एंड टी भवन निर्माण सेवा में आपके चयन के लिए आप सभी को बधाई देता हूं। एक कठिन प्रतियोगी प्रक्रिया के माध्यम से आपका चयन आपके और आपके परिवार दोनों के लिए एक उपलब्धि है। मैं इसके लिए आप सभी को बधाई देता हूं।

2. आपकी सेवाएं राष्ट्र सेवा का एक विशाल मंच मुहैया करवाती हैं। आप भिन्न-भिन्‍न क्षेत्रों की महत्वपूर्ण परियोजनाओं का प्रबंधन करेंगे तथा रक्षा और दूरसंचार जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में कार्य करेंगे। कुछ ही नौकरियों में किसी ऐसे कार्यालय में कार्य करने का अवसर प्राप्‍त होता है जहां जो भी कार्य किया जाए, वह राष्ट्र की सेवा का कार्य होता है। आपको गर्व होना चाहिए कि आपने एक ऐसे कार्य क्षेत्र का चुनाव किया है जिसका राष्ट्र-सेवा से सीधा संबंध है।

3. आप में से कुछ, जिन्होंने भारतीय दूरसंचार सेवा तथा पी एंड टी भवन निर्माण सेवा में कार्यभार ग्रहण किया है, हमारे दूरसंचार क्षेत्र के प्रमुख पदों को संभालने जा रहे हैं।प्रयोक्‍ताओं की कुल संख्या के आधार पर हमारे देश में विश्व का दूसरा विशालतम दूरसंचार नेटवर्क है। दूरसंचार क्षेत्र, विशेषकर बेतार वर्ग में तीव्र प्रगति हुई है और आज यह बिजली, सड़क और पानी जैसी प्रमुख बुनियादी सुविधा माना जाता है। दूरसंचार क्षेत्र तीव्र आर्थिक प्रगति और सामाजिक-आर्थिक विकास की प्रगति में एक महत्वपूर्ण घटक है।

4. भारतीय दूरसंचार सेवा के अधिकारियों की इसमें एक अहम भूमिका है क्योंकि हम विशेषकर, संपर्क से कटे हुए अपने ग्रामीण और सुदूर इलाकों को दूरसंचार के माध्‍यम से जोड़ना चाहते हैं। यह हमारे विकास को समावेशी बनाने के लिए अत्यावश्यक है। आपका दायित्व यह सुनिश्चित करने का है कि हमारे यहां एक समर्थकारी नीति-परिदृश्‍य और एक सक्षम लाइसेंसिंग और विनियामक ढांचा मौजूद हो। इसी प्रकार पी एंड टी भवन निर्माण सेवा अधिकारियों का कार्य भी उतना ही महत्वपूर्ण है जिन्हें कार्यालय और रिहायशी परिसरों के निर्माण और रखरखाव का तथा दूरसंचार विभाग और डाक विभाग दोनों में वैद्युत और ढांचागत कार्य की गुणवत्ता और दक्षता सुनिश्चित करनी होती है।

5. इन दोनों सेवाओं के अधिकारियों को सुनिश्चित करना होगा कि सूचना और संचार प्रौद्योगिकी के लाभ वंचित समूह के कल्‍याण के लिए व्यापक रूप से उपलब्ध हों। आपके नेतृत्व और प्रबंधकीय कौशल से यह सुनिश्चित हो सकता है कि दूरसंचार सेवाएं गरीब से गरीब व्यक्ति के लिए उपलब्ध और उनके लिए किफायती थी।

6. हमने डिजिटल भारत की दिशा में एक महत्वाकांक्षी परियोजना का शुभारंभ किया है। सूचना और संचार प्रौद्योगिकी से ही वित्तीय सेवाओं तक सुगम पहुंच, कृषि का आधुनिकीकरण तथा स्मार्ट ग्रिड, स्मार्ट भवन और स्‍मार्ट लॉजिस्टिक्‍स की ओर प्रगति में मदद मिलेगी।अधिकारियों के रूप में आपको ऐसी परियोजनाओं का प्रबंधन और विन्‍यास करना होगा जिनसे ये क़दम सुगम हो सकें।

7. यहां उपस्थित आप में से कुछ अधिकारियों ने भारतीय रक्षा संपदा सेवा में कार्यभार ग्रहण किया है। इस सेवा के सदस्य के रूप में आप 62 अधिसूचित छावनियों के नगर पालिका प्रशासन में महत्‍वपूर्ण दायित्व संभालेंगे तथा देश में लगभग 17.57 लाख एकड़ रक्षा भूमि के प्रबंधन के संबंध में रक्षा मंत्रालय के परामर्शक के तौर पर कार्य करेंगे।यह वास्तव में बहुत महत्वपूर्ण कार्य है।

8. हमारी छावनियों को सभी स्वच्छता का आदर्श माना जाता है।वे हमारे शहरों के लिए अत्यावश्यक स्वच्छ वायु उपलब्ध कराने के साधन बनते हैं।मुझे बताया गया है कि ‘स्वच्छ भारत मिशन’ के अंतर्गत छावनी परिषदों ने अनेक गतिविधियां संचालित की हैं और 62 में से 60 छावनियों को ‘खुले में शौच से मुक्त क्षेत्र’ घोषित किया गया है।

9. मुझे बताया गया है कि छावनी परिषदों ने छावनी प्रशासन के विभिन्‍न पहलुओं में डिजिटल साधन अपनाने के लिए कई पहलें की हैं और उनमें से अनेक छावनियां कर-निर्धारण, जन्म और मृत्यु पंजीकरण तथा अस्पताल प्रबंधन में आवासियों को ई-सेवाएं मुहैया करवा रही हैं। ये सराहनीय कार्य हैं और आप जैसे युवा अधिकारियों के लिए भविष्‍य में कार्य करने का रास्‍ता इनसे बन जाता है।

10. रक्षा संपदा अधिकारियों के रूप में, आप को रक्षा भूमि की संपरीक्षा, अतिक्रमण की रोकथाम, भूमि के इष्‍टतम उपयोग तथा भूमि रिकॉर्ड के रखरखाव जैसे का प्रमुख कार्य सौंपे जाएंगे। आपको ये सभी कार्य देश में तीव्र शहरीकरण की वास्तविकता की पृष्‍ठभूमि में निपटने होंगे। छावनियां जो स्वतंत्रता से पहले अलग बस्तियों के रूप में अस्तित्‍व में थीं,अब बहुत से राज्यों के शहरी परिदृश्य का हिस्सा बन चुकी हैं और इस प्रकार, हमारे शहरों में बुनियादी सुविधाओं से जुड़ी समस्‍याओं से अछूती नहीं हैं। आपको इस असलियत का मुक़ाबला करना होगा और इनसे पैदा होने वाले हालात से निपटना होगा।

11. यहां उपस्थित आप सभी अधिकारी ऐसी सेवाओं में शामिल हुए हैं जो राष्ट्र सेवा का एक अनोखा अवसर आपको उपलब्ध करवाती हैं और प्रतिदिन हमारे करोड़ों नागरिकों के जीवन को प्रभावित करती हैं। मुझे विश्वास है कि आप अपने कार्यों को पूरा करने के अथक प्रयास करेंगे और ऐसा करके आप उन लोगों की जीवन में सुधार लाएंगे जिनकी सेवा के लिए आपका चयन किया गया है। परम निष्ठा के साथ किए गए आपके श्रेष्ठ कार्य से सामान्य नागरिकों को सीधा फायदा पहुंच सकता है और राष्ट्र निर्माण में योगदान मिल सकता है। इसी निष्ठा की बदौलत आप यदा-कदा उभरने वाली मुश्किल चुनौतियों के समक्ष अडिग रहने की प्रेरणा प्राप्त करेंगे और जनहित को अपनी सफलता का पैमाना बनाएंगे। मैं आप सभीसे यह भी आग्रह करता हूंकि नवाचार की भावना को पोषित करें जिससे आप चुनौतियों के बीच समाधान प्रदाता बन सकें। अपनी जिज्ञासा सदैव पूरी करें और अपने पेशेवर एवं व्यक्तिगत जीवन - दोनों में सकारात्मक भावना से काम करें।

12. मैं आप सभी के एक दीर्घ और संतुष्टिपूर्ण कॅरियर की शुभकामनाएं देता हूं।

धन्यवाद

जय हिंद!