सामुदायिक अभिनंदन समारोह में भारत के राष्ट्रपति, श्री राम नाथ कोविन्द का संबोधन
लिविंगस्टन : 12.04.2018
1. लिविंगस्टन में भारतीय समुदाय के सदस्यों से मिलना मेरे लिए सौभाग्य का विषय है। इतने प्रेम से मेरा स्वागत करने के लिए आपको धन्यवाद। मुझे इस प्राचीन और ऐतिहासिक शहर और अति महत्वपूर्ण पर्यटन केंद्र, जो विक्टोरिया जलप्रपात के इतने निकट है, के ऊर्जावान भारतीय समुदाय से मिलकर प्रसन्नता हुई है। मैं शीघ्र ही विक्टोरिया जलप्रपात देखने जाऊंगा।
2. भारत का राष्ट्रपति बनने के बाद विदेश की यह मेरी तीसरी यात्रा है। मैंने अब तक अपनी यात्राओं में अफ्रीका आने का ही कार्यक्रम बनाने का निश्चय किया है। यह इस बात का प्रतिबिंब है कि हम इस महाद्वीप को अपने कितने निकट मानते हैं। अफ्रीका हमारे कुछ घनिष्ठतम मित्रों का और अच्छी तहर से यहां घुल मिल गए भारतीय समुदायों का महाद्वीप है। और इनमें से भी जांबिया का भारतीय समुदाय विशिष्ट है। अपने योगदान से आप भारतीय प्रवासी समुदाय के लिए एक आदर्श हैं। आप भारत के सच्चे सांस्कृतिक राजदूत हैं।
3. जांबिया का भारतीय समुदाय 1964 में इस देश की आजादी से पहले से यहां मौजूद है। व्यापार और वाणिज्य, खनन और आतिथेय, स्वास्थ्यचर्या और शिक्षा कार्य जैसे अनेक क्षेत्रों में जांबिया में आप योगदान दे रहे हैं। आप हमारे देश के विभिन्न हिस्सों से आए हुए हैं। परंतु यहां जांबिया में विविधता के बावजूद आप भारतीय समाज और हमारी सभ्यता के प्रतिनिधियों के रूप में संगठित हैं।
4. आपके योगदान ने आपके समुदाय और एक राष्ट्र के रूप में भारत के लिए सद्भावना पैदा करने में मदद की है। आप सुदूर देश यहां तक कि लिविंगस्टन, जिसके बारे में मुझे ज्ञात है कि यह दिल्ली से 7500 किलोमीटर से ज्यादा दूर है, में हमारे समर्थक हैं।हम भारतीयों को ‘वसुधैव कुटुंबकम्’ में गहरा विश्वास रहा है। मुझे आज लिविंगस्टन के अपने कुटुम्ब के साथ मिलकर सचमुच खुशी हुई है। आपने घर से इतनी दूर भारत की प्रतिष्ठा को बढ़ाने तथा हमारी सांस्कृतिक परंपराओं को जीवित रखने के कड़े प्रयास किए हैं। यह खुशी की बात है। इसके लिए मैं आप सभी को बधाई देता हूं।
5. अफ्रीका में रहने वाले सबसे महान भारतीय वास्तव में महात्मा गांधी थे। भारत और जांबिया दोनों के लिए वे एक प्रेरणास्रोत हैं। इस यात्रा पर राष्ट्रपति लुगु और जांबिया की सरकार और जनता द्वारा मेरा अत्यंत हार्दिक स्वागत किया गया है। कल मुझे डॉ. कैनेथ कोंडा से मिलने का सौभाग्य प्राप्त हुआ, वे एक ऐसे राजनेता हैं जिनकी प्रतिष्ठा जांबिया में वैसी ही है जैसी भारत में महात्मा गांधी की है। वह हमारे देश और आपके समुदाय के पुराने मित्र हैं।
6. जांबिया के इतने अनुभवी नेताओं और समाज के प्रत्येक वर्ग जिसमें आप भी सब शामिल हैं, के प्रयासों के कारण जांबिया एक लोकतांत्रिक विकासशील देश के रूप में शेष अफ्रीका के लिए एक मिसाल है। हमारे लोग मुक्ति और स्वतंत्रता, मानव गरिमा तथा सामाजिक-आर्थिक विकास के मूल्यों को साझा करते हैं। यहां के भारतीय समुदाय के सदस्यों के तौर पर आप उस जीवन-मूल्य प्रणाली के संरक्षक हैं। आप भारत और जांबिया के बीच एक सजीव सेतु हैं। इस साझेदारी को और अधिक सार्थक बनाने में हमारी मदद करें।
देवियो और सज्जनो,
7. हमारी सरकार हमारेप्रवासी समुदाय के साथ सतत और सक्रिय संबंध बनाना चाहती है। प्रवासी भारतीयों के साथ संवाद का लक्ष्य ऐसी संभावनाएं और मंच प्रदान करने का है जिनके जरिए आप भारत में घटित हो रहे परिवर्तनों के बारे में जान सकें और उसमें सहभागी बन सकें तथा इस परिवर्तन को जांबिया की विकास प्राथमिकताओं के साथ जोड़ सकें। मैं आपसे आग्रह करता हूं कि आप इस प्रक्रिया में हमारे साझीदार बनें।
8. आज भारत द्रुत आर्थिक विकास के पथ पर अग्रसर है। हमारे युवा आत्मविश्वास और आशावाद से परिपूर्ण हैं। भारत का उत्थान बाहरी विश्व के साथ सहयोग के नए- नए अवसर पैदा कर रहा है। हमारी सरकार विदेश में बसे हमारे लोगों के साथ संबंधों को मजबूत बनाने के लिए उत्सुक है। आपको उपलब्ध योजनाओं, विशेषकर ओसीआई कार्यक्रम का लाभ उठाना चाहिए। इससे आप भारत के साथ सदैव जुड़े रहेंगे।
9. अंत में, समय और ऑनलाइन बुकिंग के स्थान अगर खाली हों, तो मैं आपको, आपकी अगली दिल्ली यात्रा के समय राष्ट्रपति भवन के लिए आमंत्रित करता हूं। यह केवल मेरे रहने और काम करने का ही स्थान नहीं है, यह लिविंगस्टन में रहने वाले सभी भारतीयों सहित प्रत्येक भारतीय का भवन है।