Back

अंतानानारिवो में सामुदायिक स्वागत समारोह में भारत के राष्ट्रपति, राम नाथ कोविन्‍द का संबोधन

अंतानानारिवो : 14.03.2018

Download PDF

1. आपके हार्दिक स्वागत के लिए मैं आपका धन्यवाद करता हूं। मुझे आपसे मिलकर बहुत खुशी हुई है। मेरे साथ स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्यमंत्री, श्री अश्विनी चौबे और संसद के चारसदस्यों वाला एक शिष्टमंडल आया है।

2. इस प्राचीन देश की यात्रा करने वाला प्रथम भारतीय राष्ट्रपति होने पर मुझे विशेष आदर का अनुभव हो रहा है। आज दोपहर बाद राष्ट्रपति हेरी के साथ मेरी सार्थक बातचीत हुई थी। हम दोनों ने भारत-मेडागास्कर रिश्तों में नई ऊर्जा और उत्‍साह का संचार करने की गहरी प्रतिबद्धता व्यक्त की है। मुझे उम्मीद है कि मेरी यात्रा से मेडागास्कर के साथ हमारे हार्दिक और मैत्रीपूर्ण संबंधों में एक नए अध्याय की शुरुआत होगी।

मित्रो

3. मेडागास्कर में हम एक नई यात्रा शुरु कर रहे हैं, इसलिए भारतीय समुदाय के सदस्यों के तौर पर मलागासी लोगों के साथ हमारे संबंधों को प्रगाढ़ बनाने में आपकी अहम भूमिका है। भारत और मेडागास्कर-दोनों ही, एक जैसी राजनीतिक और सामाजिक-आर्थिक परिस्थितियों से गुजरे हैं और हमारे पास एक दूसरे के साथ साझा करने और सीखने के लिए बहुत कुछ है।

4. मेडागास्कर के साथ भारत युगों पुराने समुद्री और सांस्कृतिक संपर्क रहे हैं। परंतु इस मनोरम और विविधतापूर्ण देश के साथ हमारे रिश्तों को सही मायनों में गति, 18वीं शताब्दी और उसके बाद आपके पूर्वजों के यहां आने पर मिली। वे भारत के गुजरात, पंजाब और अन्य भागों से व्यापारियों और सौदागरों, उद्यमियों और अगुवाओं के रूप में यहां आए थे। संभावनाओं से भरे इस देश में वे अपने साथ भारतीय कारोबारी दक्षता एवं परिश्रम लेकर और सबसे महत्वपूर्ण यह है कि वे यहां सफल होने की आकांक्षा लेकर आए। मैं कहना चाहूंगा कि आपने अपने कार्य और सामाजिक दायित्वों में इन मौलिक जीवन-मूल्‍यों को निष्ठापूर्वक सहेजा हुआ है और आप निरंतर इन्‍हें अभिव्‍यक्‍त करते हैं।

मित्रो

5. यहां उपस्थित लोगों में उन पूर्व प्रवासियों के गौरवान्वित वंशज भी शामिल हैं जिन्होंने अनेक मुसीबतों का बहादुरी से मुकाबला किया और इस देश को अपना घर बनाया। उनकी सफलता से मुझे एक प्रसिद्ध मलागासी कहावत याद आती है जो इस प्रकार है,‘‘लोग वैस ही होते हैं जैसे चलती आंधी में पौधे; वे आंधी में झुक जाते हैं और दोबारा उठ खड़े होते हैं।’’आपके बीच उपस्थित लोगों में भारत के ऐसे युवा पेशेवर और उद्यमी भी शामिल हैं जो आज पूरे विश्व में प्रौद्योगिकी और परिवर्तन के वाहक बन चुके हैं।

मित्रो

6. अपने भारतीय जीवन-मूल्यों और पारिवारिक ढांचे की मजबूत नींव पर आपने समृद्धि हासिल की है और अपना स्‍थान बनाया है। और इस प्रक्रिया में आपने अपने मेजबान समाज के लिए रोजगार और नए अवसर पैदा किए हैं। आपने इस देश के राष्ट्र निर्माण कार्य में अपना मददगार हाथ बढ़ाया है। मुझे खुशी है कि आपमें से अनेक लोगों ने ‘केवलअपने लिए मत जियो’ के सूत्रवाक्य का अनुसरण किया है। जरूरतमंद और गरीब लोगों की मदद के लिए भारतीय समुदाय के सदस्यों द्वारा शुरू की गई परोपकारी गतिविधियों की मैं सराहना करता हूं। इससे न केवल आपके प्रति बल्कि आपके पूर्वजों के देश के प्रति सद्भावना पैदा होती है। यह कहने की आवश्यकता नहीं है कि हमें आपकी सफलता और आपकी सहृदयता पर बहुत गर्व है।

7. मुझे खुशी है कि अपनी मातृभूमि से दूर रहकर भी आपने अपनी परंपरा और संस्कृति को अपनाए रखा है और इतना ही नहीं आपने अपने मलागासी मित्रों पर अपनी छाप छोड़ी है और उनके साथ अपनी खुशियां साझा की हैं।

मित्रो

8. भारत को अपने प्रवासी समुदाय और उनकी उपलब्धियों पर गर्व है। आप भारत के सच्चे राजदूत हैं क्योंकि आपने अपने अपनाए हुए देश की परंपराओं के बीच भारतीयता को संजो कर रखा है और उसे पुष्‍ट किया है। मुझे बताया गया कि आप सांस्कृतिक और भावात्मक जुड़ाव के कारण भारत की यात्रा करते हैं। परंतु आपको पर्यटकों के रूप में, व्यापारियों के रूप में या सामान्‍य तौर पर भी, अपनी जड़ों के साथ जुड़ने के लिए हमारे साथ पहले से कहीं ज्यादा संपर्क बनाने की आवश्यकता है।

9. हमने पूरी दुनिया में अपने प्रवासी समुदाय को जोड़ने की अनेक पहलें की हैं। इन सबके पीछे उद्देश्य यह है कि भारत के साथ जुड़ाव बनाए रखने और इसकी विकास गाथा का हिस्सा बनने में आपकी मदद की जाए। हमारा देश,आज विश्व में सबसे तेजी से बढ़ रही प्रमुख अर्थव्‍यवस्‍था है। आपको भारत में आ रहे बदलावों के साथ खुद को जोड़ना होगा। इससे आप न केवल अपने लिए बल्कि भारत-मेडागास्कर रिश्तों के लिए भी महत्‍ता पैदा कर पाएंगे। दोनों देशों के बीच निवेश और व्यापार की अपार संभावनाएं हैं और मुझे विश्वास है कि आप इस क्षेत्र में अपनी भूमिका निभाना चाहेंगे।

10. यह भी महत्वपूर्ण है कि आपके बच्चे और युवा पीढ़ी भारत के युवाओं के साथजुड़ाव रखे हुए हैं। इस डिजिटल युग में परस्पर नए अंतर-सांस्कृतिक और अंतर-महाद्वीपीय नेटवर्क गढ़े जा रहे हैं। विचार, नवान्वेषण और स्टार्ट-अप आज परिवर्तन के नए वाहक बन गए हैं। हमारी सरकार ने हमारे प्रवासी युवाओं के मेल-मिलाप के लिए और उन्हें भारत का प्रत्‍यक्ष अनुभव कराने के ‘Know India Programme’ नाम से एक विशेष कार्यक्रम संचालित किया है। आपको इसका फायदा लेना चाहिए। आपको भारत और विश्व के अन्य भागों के प्रवासी भारतीय समुदाय नेटवर्कों के साथ भी जुड़ना चाहिए। हमने अपने प्रवासी समुदाय के लिए एक ही स्थान पर संसाधन केन्‍द्र के तौर पर नई दिल्ली में एक नई सुविधा ‘प्रवासी भारतीय केन्‍द्र’ का निर्माण किया है। आपको इसके साथ मिलकर काम करना चाहिए। यह भारत में आपका घर है और आपको इसके निर्माण में और इसकी प्रगति में आगे आकर हिस्‍सा लेना चाहिए।

11. मुझे बताया गया है कि मेडागास्कर में लगभग 18000 की संख्‍या में विशाल भारतीय समुदाय निवास करता है। तथापि इनमें से बहुत कम लोगों ने हमारी ओसीआई योजना से लाभ उठाया है। मैं आपसे आग्रह करता हूं कि आप आगे आएं और इसका लाभ उठाएं।

मित्रो

12. हमारे बीच कई युवा मलागासी मित्र भी हैं जो हमारे प्रशिक्षण और छात्रवृति से लाभान्वित हुए हैं। मैं जानता हूं कि अंतानानारिवो की आई.टी.आई.सी. फ्रेंडशिप सोसाइटी मेडागास्कर में परोपकारी गतिविधियों तथा भारत के बारे में जानकारी का प्रचार-प्रसार करने में बहुत सक्रिय हैं। मैं उनके सराहनीय प्रयासों के लिए उन्‍हें हार्दिक बधाई देता हूं।

13. हम इस देश में क्षमता निर्माण के लिए और अधिक सहायता और नए कौशलों का विकास करने के प्रति वचनबद्ध हैं। भारतीय समुदाय के सदस्यों के रूप में आपको यहां के युवाओं मेंऊर्जा का संचारकरना चाहिए और उनमें छिपी क्षमताओं को सामने लाने में मदद करनी चाहिए।

14. मित्रो, हम मेडागास्कर के साथ अपने रिश्तों की एक नई शुरुआत कर रहे हैं। इस स्थिति में,आप में से प्रत्येक से इस कार्य में सक्रिय भूमिका निभाने का मैं आग्रह करता हूं। आइए हम एकजुट होकर आगे बढ़ें।

15. इन्हीं शब्दों के साथ, यहां उपस्थित होने के लिए मैं आपका धन्यवाद करता हूं। मैं आपके स्वास्थ्य, प्रगति और अनेक गौरवपूर्ण उपलब्धियों के लिए आप सबको शुभकामनाएं देता हूं।

धन्यवाद।