राष्ट्रपति अंगरक्षक को सिल्वर ट्रम्पेट और ट्रम्पेट बैनर प्रदान किए जाने के अवसर पर भारत के राष्ट्रपति , श्री राम नाथ कोविन्द का संबोधन
राष्ट्रपति भवन : 17.11.2017
1. मुझे अपने ट्रम्पेट बैनर के साथ आपको सिल्वर ट्रम्पेट प्रदान करते हुए बहुत खुशी हुई है। मैं आज आपके द्वारा प्रदर्शित बेद़ाग सज्जा और प्रभावशाली सैन्य चाल-ढाल के लिए आपको बधाई देता हूं। मेरे निजी सैन्य दल के रूप में, आपने पेशेवर उत्कृष्टता और हमारे राष्ट्र की विशिष्ट सेवा के अनुरूप आचरण किया है। आपने अपने भावोत्तेजक आदर्श वाक्य ‘भारत माता की जय’ के अनुरूप प्रदर्शन किया है।
2. राष्ट्रपति अंगरक्षक का 1773 के बाद से एक लम्बा इतिहास रहा है। वायसराय के अंगरक्षक के रूप में स्थापित, यह रेजीमेंट भारतीय सेना की सबसे पुरानी रेजीमेंट है। हमारे गणतंत्र बनने के अगले ही दिन 27 जनवरी, 1950 को इसका दोबारा नामकरण करके इसे ‘राष्ट्रपति अंगरक्षक’ का नाम दिया गया।
3. आप भारतीय सेना की अकेली ऐसी रेजीमेंट हैं जो घुड़सवार सैनिकों, पैराट्रूपर्स, टेंकमैन के रूप में और समारोहिक कार्यों में पूरी तरह प्रशिक्षित हैं। इससे आपको हमारी सशस्त्र सेनाओं में विशेष स्थान मिला है। अपनी देश भक्ति और शौर्य के द्वारा आपने हमारे देशवासियों का प्रेम और कृतज्ञता अर्जित की है।
4. मेरे अंगरक्षक योद्धाओ, यह गौरव का विषय है कि आपने हमारे देश के प्रमुख युद्धों में तथा श्रीलंका में भारतीय शांति सेना में और सियाचिन-ग्लेशियर की बर्फीली चोटियों पर उत्कृष्ट कार्य किया है। आपको संयुक्त राष्ट्र शांति सेना के भाग के रूप में विदेशों में भी तैनात किया गया है।
5. अपने निजी अंगरक्षक के रूप में इतनी प्रभावी सैन्य टुकड़ी के होने से मुझे खुशी हुई है। चाहे गणतंत्र दिवस हो या बीटिंग रिट्रीट हो, राजकीय समारोह हों या अलंकरण समारोह हों, आप हमारी सैन्य शक्ति की झलक दिखाते हैं। अन्य देशों के राष्ट्राध्यक्ष आपके द्वारा किए गए समारोहिक स्वागत से बहुत प्रभावित होते हैं।
6. खुशी के इस दिन पर, मैं राष्ट्रपति अंगरक्षक के कमांडेंट कर्नल बोम्मान्डा धीरज चेंगप्पा तथा अन्य अधिकारियों, जेसीओ और अन्य सैन्य कर्मियों को शुभकामनाएं देता हूं। मुझे यह जानकर प्रसन्नता हुई है कि पूर्व कमांडेंट, अधिकारी, जेसीओ और अन्य सैन्यकर्मी जिन्होंने पहले अंगरक्षक टुकड़ी में कार्य किया है और राष्ट्रपति अंगरक्षक में कार्य कर रहे या कार्य कर चुके सैन्यकर्मियों के परिजन आज यहां उपस्थित हैं। आप सभी को मेरी हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं !
जय हिन्द!