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विभिन्न रेल सेवाओं के परिवीक्षाधीन अधिकारियों से मुलाकात के अवसर पर भारत के राष्ट्रपति, श्री राम नाथ कोविन्द का सम्बोधन

Rashtrapati Bhavan : 19.02.2019

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1. मैं राष्ट्रपति भवन में आप सभी का स्वागत करता हूं और प्रतिष्ठित रेल सेवाओं में आपके चयन के लिए आपको बधाई देता हूं। इस प्रतिष्ठित सेवा के लिए आपका चयन आप में से प्रत्येक के जीवन में व्यक्तिगत रूप से मील का पत्थर है और इस उपलब्धि से आपके परिवारों को आप पर गर्व होगा। अपनी सफलता का जश्न मनाते हुए भी, आप उन बड़े लक्ष्यों और जिम्मेदारियों से अपनी नज़र न हटने दें जो आगे आप सभी के समक्ष आने वाली हैं। आप सभी को प्रतिदिन भारतीय रेल में अपने तरीके से योगदान करने और लाखों भारतीयों की सेवा करने का अवसर मिलेगा।

2. आप समूह 'क' की विभिन्न सेवाओं से हैं। आप में से कुछ लोग सिविल सेवाओं से और कुछ इंजीनियरिंग सेवा से हैं।भारतीय रेल की भिन्‍न-भिन्‍न सेवाएं इंद्रधनुष के विभिन्न रंगों की तरह हैं। आप सभी स्वयं को‘टीम रेलवे’का महत्वपूर्ण अंग समझें।आप और आपकी सम्बंधित सेवाएं जितना बेहतर प्रदर्शन करेंगी, यह टीम उतनी ही अच्छी बन पड़ेगी।टीम के आदर्श खिलाड़ी के रूप में, आप में से प्रत्येक को रेलवे और भारत के लोगों के हित को सर्वोपरि रखना होगा।आप सभी को लोगों की सेवा करने और भारतीय रेलवे नामक इस शानदार राष्ट्रीय संस्था को सुदृढ़ बनाने की समान दृष्टि से प्रेरणा लेनी चाहिए।

3. जैसा कि आप सभी जानते हैं, भारतीय रेल हमारे जीवन के साथ-साथ असल में आधुनिक भारत के इतिहास में एक विशिष्ट स्थान रखती है। इससे विभिन्न संस्कृतियों के बीच आदान-प्रदान और एक अखिल भारतीय पहचान विकसित करते हुए राष्ट्रीय एकीकरण में सहायता मिल रही है। हम सभी जानते हैं कि दक्षिण अफ्रीका से लौटने के बाद, महात्मा गांधी ने भारत और इसकी विविधता को गहराई से समझने के लिए रेल के माध्यम से ही बड़े पैमाने पर यात्राएं कीं। आप सभी को गर्व होना चाहिए कि आप उसी समय रेलवे में शामिल हो रहे हैं, जब पूरी दुनिया महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मना रही है।

4. रेलवे नेटवर्क हमारी सांस्कृतिक विरासत और परंपराओं को बनाए रखने के साथ-साथ प्रसारित करने में भी मदद करता है। चाहे वह कुंभ मेलों के यात्रियों की भारी भीड़ को व्यवस्थित करने के लिए चलाई जाने वाली विशेष ट्रेनें हों या राजसी "पैलेस ऑन व्हील्स” जिसका जादू दुनिया भर के लोगों के सर चढ़कर बोलता है,भारतीय रेल इन सब के साथ अपने अंदाज़ से आगे बढ़ती रहती है। हम सभी के दिलों में रेल यात्रा की सुखद यादें जिन्‍दा हैं। बच्चों के लिए, किसी ट्रेन का आना और इसकी सीटी की आवाज़ खेल-खेल में मौज-मस्ती का अवसर होता है। वहीं अन्य लोगों के लिए, रेलगाड़ी दोस्तों तथा परिवारों से मिलने, या अपने घरों से दूर पेशेवर अवसरों की आकांक्षा पालने का साधन है।

5. हाल के वर्षों में, सरकार ने रेलवे के आधुनिकीकरण के लिए कई कदम उठाए हैं। कुछ दिन पहले ही, प्रधानमंत्री ने नई दिल्ली और वाराणसी के बीच‘वंदे भारत एक्सप्रेस’को हरी झंडी दिखाई।"मेक इन इंडिया" के विजन के अनुरूप,इस ट्रेन की प्रमुख प्रणालियों को भारत में डिजाइन और निर्मित किया गया है।यह अवसर, किसी नई ट्रेन की शुरुआत को सामान्य रूप से हरी झंडी दिखाने का अवसर नहीं था। यह ऐसा अवसर था जिसके माध्यम से हाल ही में आधुनिकीकरण पर बल दिए जाने और भारत की बढ़ती प्रौद्योगिकी क्षमता का प्रदर्शन हुआ। ‘वंदे भारत एक्सप्रेस’ गति, सुरक्षा और सेवा के नए मानक निर्धारित करेगी।

6. कुछ महीने पहले, प्रधानमंत्री ने असम में बोगीबीलरेल-सह-सड़क पुल का उद्घाटन किया और इस पुल से गुजरने वाली पहली यात्री ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। यह पुल, देश की सुरक्षा और पूर्वोत्तर के विकास के लिए प्रभूत आर्थिक और सामरिक महत्व का पुल है। वंदे भारत एक्सप्रेस की तरह, यह पुल भी इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी का चमत्कार है और इससे उत्तर-पूर्व में आने-जाने वाले यात्रियों के समय की काफ़ी बचत हुई है। हमारे पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए बेहतर संपर्क स्थापित करने का रेलवे का प्रयास प्रशंसनीय है।

7. ब्रॉडगेज नेटवर्क पर सभी मानवरहित क्रॉसिंग्‍स को सफलता पूर्वक समाप्त करना, भारतीय रेलवे द्वारा हाल ही में हासिल की गई एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि है।यह एक अभूतपूर्व उपलब्धि है जिसमें दुर्घटनाएं कम करने और रेल यात्रा को सुरक्षित बनाने की भारतीय रेलवे की तत्‍परता परिलक्षित होती है।मुझे यकीन है कि आप सभी आने वाले समय मेंराष्ट्र की बेहतर सेवा की दिशा में भारतीय रेलवे में नवोन्‍मेष की संस्कृति, आधुनिक प्रौद्योगिकी और प्रबंधन प्रथाओं का सन्निवेश करेंगे।

8. आप सभी एक ऐसी संस्था से जुड़ गए हैं जहाँ राष्ट्र की सेवा करने का एक अनूठा अवसर प्राप्त होता है। अपने लंबे करियर की शुरुआत करने जा रहे आप सभी से मेरा यही कहना है कि आप आशावादी जीवन जिएं और अपने अन्‍दर सकारात्मक भावना विकसित करें और यह भी कि आप सभी उच्चतम पेशेवर और नैतिक मानकों का पालन करते हुए काम करें। इससे आप अपने कार्य स्थलों के साथ-साथ समाज में बड़े पैमाने पर सार्थक बदलाव कर पाएंगे। इससे आप नवाचार की भावना विकसित करने और चुनौतियों का मुकाबला करके उनके समाधान निकालने वाले अधिकारियों के रूप में उभर कर सामने आ सकेंगे।

9. मैं आप सभी के लंबे और सफल करियर की कामना करता हूं।

धन्यवाद

जय हिन्द!