लद्दाख स्काउट्स रेजीमेंट की सभी बटालियनों और लद्दाख स्काउट्स रेजीमेंट सेन्टर को निशान प्रदान करने के अवसर पर भारत के राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविन्द का अभिभाषण
विज्ञान भवन : 21.08.2017
लद्दाख स्काउट्स रेजीमेंट की सभी बटालियनों और लद्दाख स्काउट्स रेजीमेंट सेन्टर को निशान प्रदान करने के अवसर पर उपस्थित
राज्यपाल, जम्मू और कश्मीर, श्री एन.एन. वोहरा
मुख्यमंत्री, सुश्री महबूबा मुफ्ती
थल सेनाध्यक्ष, जनरल बिपिन रावत
विशिष्ट अतिथिगण और युद्ध वीरो
भारत के राष्ट्रपति पद का भार ग्रहण करने के बाद राजधानी दिल्ली के बाहर की यह मेरी पहली यात्रा है।
मेरी पहली यात्रा के लिए मैंने जम्मू और कश्मीर के इस सुंदर लेह को चुना और अपने सैनिकों के बीच आकर मुझे अत्यंत खुशी हुई है।
सशस्त्र सेनाओं का ‘सुप्रीम कमांडर’होने के नाते,मेरी यह यात्रा सशस्त्र सेनाओं के जवानों को समर्पित है।
आज भारतीय सेना की एक प्रतिष्ठित रेजीमेंट लद्दाख स्काउट्स को संबोधित करते हुए मुझे बहुत खुशी हो रही है।
आज से 54 वर्ष पहले यह रेजीमेंट भारतीय सेना का हिस्सा बनी। इस रेजीमेंट का वर्षों का सफर वीरता,सम्मान और गौरव की गाथाओं से भरा हुआ है। 1947-48में पाकिस्तानी हमले के दौरान,रेजीमेंट की स्थापना हुई और लद्दाखी लोग जोश के साथ अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए उठ खड़े हुए। यह पराक्रम पूरे देश के लिए गौरव की एक मिसाल है।
1962 में चीन के हमले के समय भी लद्दाख के लोगों ने अपनी बहादुरी और बलिदान का परिचय दिया। एक बार फिर उसी प्रकार की कीर्ति अर्जित की। वास्तव में, आप लोग ही हिमालय के रक्षक हैं।
लगभग आधी सदी के समय में, इस रेजीमेंट ने कुल605सम्मान और पदक प्राप्त किए हैं। यह रेजीमेंट के सैनिकों की असाधारण वीरता और विशिष्ट सेवा का प्रमाण है और हमारी सेना के सभी जवानों और अधिकारियों के लिए एक आदर्श। आपने अनेक युद्धों और ऑपरेशनों में अपनी विशेष पहचान बनाई है और खेलों,रोमांचक गतिविधियों और पेशेवर चुनौतियों में भी आपने बेहतरीन प्रदर्शन किया है।
साहस और दृढ़ता के बल पर आपने 1971 में भारत की लगभग 804 वर्ग किलोमीटरइलाकेको मुक्तकराया और इसके लिए बैटल ऑनर "तुरतुक" से सम्मानित हुए; तथा 1999 के'ऑपरेशन विजय' में बैटल ऑनर "बटालिक"और थियेटर ऑनर "कारगिल" से सम्मानित हुए।
यह रेजीमेंट सियाचिन ग्लेशियर में ऑपरेशन मेघदूत और पूर्वी लद्दाख,जो सही मायने में आपका घर भी है,में आगे रहा।1999के ऑपरेशन विजय के दौरान अमूल्य योगदान के लिए आपने चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ बैनर पुरस्कार और यूनिट साइटेशन हासिल किए। मुझे यह जानकर खुशी है कि आपकी एक बटालियन ने लेबनान में संयुक्त राष्ट्र के शांति मिशन में विशिष्ट योगदानदिया है।
वर्ष 2000 में हुए पुनर्गठन के बाद लद्दाख-स्काउट्स और रेजिमेंटल-सेंटर की सभी बटालियनों को सैन्य कार्रवाइयों और प्राकृतिक आपदाओं के समय उनकी असाधारण सेवाओं के लिए'जनरल आफिसर कमांडिंग इन चीफ नार्दर्न कमांड यूनिट अप्रीसियेशन' प्रदान किए गए हैं। इसके अलावा'1 लद्दाख स्काउट्स' तथा '4 लद्दाख स्काउट्स' को' चीफ ऑफ दी आर्मी स्टाफ साइटेशन' से पुरस्कृत किया गया है।
‘नुन्नुस’ ने अनेक शीतकालीन खेलों, खासतौर से आइस हॉकी, में भी शानदार प्रदर्शन किया है। इसमें आपको महारत हासिल है। मुझे खुशी है कि भारत की आइस हॉकी टीम के ज्यादातर खिलाड़ी लद्दाख स्काउट्स से हैं। हाल ही में एशियाई आइस हॉकी चैलेंज कप में रजत पदक जीतने वाली राष्ट्रीय टीम में आपका महत्वपूर्ण योगदान रहा। मुझे विश्वास है कि आगे जो मुकाम हैं उन्हें भी आप जरूर हासिल करेंगे। लद्दाख स्काउट्स के जवानों और अधिकारियों ने पर्वतारोहण,स्कीइंग और ऊंचे इलाकों में होने वाली मैराथन में पदक हासिल किए हैं।
मैं, इस अलंकरण समारोह में, लद्दाख स्काउट्स रेजीमेंट के शहीदों के प्रति अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ। उन्होने अपना खून बहा कर और अपने प्राणो का बलिदान करके हमारी संप्रभुता की रक्षा की है, हमारे राष्ट्र का गौरव बढ़ाया है तथा हमारे देशवासियों को खतरों से बचाया है। साथ ही, मैं रेजीमेंट के सभी सेवा-निवृत्त सैनिकों और सेवा-रत सैनिकों को उनकी कर्तव्य निष्ठा तथा उत्कृष्ट आचरण के लिए बधाई देता हूँ। विश्व के कठिनतम भू-भागों और सर्वाधिक असहनीय जलवायु वाले स्थानों में तैनात आप सब ने अपनी संख्या की तुलना में कई गुना अधिक शक्ति का परिचय दिया है। आज के इस अवसर पर मैं समूचे लद्दाख स्काउट्स कुटुंब के सभी सैनिकों और उनके परिवारजनों को अपनी शुभकामनाएँ देता हूँ। भारतीय सेना को,और पूरे देश को, आप पर गर्व है।
हमने सभी संकटों में देश की संप्रभुता की रक्षा का संकल्प लिया है। मुझे भरोसा है कि हम इस संकल्प को जरूर पूरा करेंगे और किसी भी कीमत पर अपने राष्ट्र की आन, बान और शान को कायम रखेंगे। यह निशान हमें यही संदेश देता है। गर्व के साथ इसे धारण करें और अपने सभी प्रयासों को बेहतर बनाते जाएं।
मेरी कामना है कि सफलता के पथ पर आप हमेशा आगे बढ़ते रहें।
धन्यवाद
जय हिंद