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आर्मी गार्ड बटालियन के चेंज-ओवर समारोह की विशेष प्रस्तुति के अवसर पर भारत के राष्ट्रपति, श्री राम नाथ कोविन्द का अभिभाषण

राष्ट्रपति भवन, नई दिल्ली : 25.08.2017

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आर्मी गार्ड बटालियन के चेंज-ओवर समारोह के अवसर पर उपस्थित प्रमुख अतिथि भारत के उपराष्ट्रपति, श्री एम. वेंकैया नायडुजी,

अन्य विशिष्ट अतिथि,

देवियों और सज्जनो

जम्मू और कश्मीर लाइट इन्फेंट्री (सियाचिन) की 8वीं बटालियन के स्थान पर, प्रथम गोरखा राइफल्स की 5वीं बटालियन के इस चेंज-ओवर समारोह में भाग लेकर मुझे प्रसन्नता हो रही है। यह समारोह राष्ट्रपति भवन के फोरकोर्ट में दूसरी बार आयोजित हो रहा है। पहली बार यह 09 अप्रैल, 2014 को हुआ था।

जम्मू और कश्मीर लाइट इन्फेंट्री (सियाचिन) भारतीय सेना की सबसे नई रेजीमेंटों में से एक है। फिर भी, इसकी 8वीं बटालियन ने शौर्य व पराक्रम की अपनी परम्पराएं स्थापित की हैं। इसकी पहचान ‘सूरमाओं के सूरमा’ अर्थात Bravest of the Brave की है। इस बटालियन ने अब तक 300वीरता और विशिष्ट सेवा पुरस्कार प्राप्त किये हैं, जिनमें एक परम वीर चक्र, एक अशोक चक्र और एक महावीर चक्र भी शामिल हैं। बटालियन के जवानों ने श्रेष्ठता के जो ऊंचे मानदंड स्थापित किए हैं, वे सराहनीय हैं। इस बटालियन के जवानों के साहस, बलिदान और निष्ठा में उनकी गाथा देखी जा सकती है।

मैं, कर्नल अनिल झिंझेरिया को, तथा जम्मू और कश्मीर लाइट इन्फेंट्री (सियाचिन) की 8वीं बटालियन के अन्य अधिकारियों और सैनिकों को, हार्दिक बधाई देता हूं। उन्होंने अप्रैल 2014 से अगस्त 2017 तक सौंपे गए सभी कार्यों को बखूबी अंजाम दिया है।

सशस्त्र सलामी दिए जाने के हर-एक अवसर पर - चाहे वह हमारे देश की यात्रा पर आये राजकीय अतिथियों के सम्मान में हो, अथवा राष्ट्रपति भवन में मेरे आवागमन के दौरान हो - जम्मू और कश्मीर लाइट इन्फेंट्री (सियाचिन) की 8वीं बटालियन के जवानों की ड्रिल, वेशभूषा, हावभाव और अनुशासन, बेहतरीन रहे हैं। बहुत से विशिष्ट अतिथियों ने परेड के दौरान जवानों के प्रदर्शन की सराहना की है। मैं सैन्य-परंपराओं तथा योग्यता और अनुशासन के उच्च आदर्शो का प्रदर्शन करने वाली इस बटालियन को हार्दिक बधाई देता हूं।

आज आप सब एक नई जिम्मेदारी के लिए तैयार हो रहे हैं। मुझे विश्वास है कि आप अपनी श्रेष्ठता का स्तर कायम रखेंगे। भविष्य में भी आपको अपने सभी प्रयासों में सफलता मिले, इसके लिए मेरी शुभकामनाएं आपके साथ है।

मैं इस अवसर पर,प्रथम गोरखा राइफल्स की 5वीं बटालियन का स्वागत करता हूं। यह यूनिट, जम्मू और कश्मीर लाइट इन्फेंट्री (सियाचिन) की 8वीं बटालियन का स्थान ले रही है, तथा इसे राष्ट्रपति भवन की सेरेमोनियल आर्मी गार्ड बटालियन की अत्यंत गौरवपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी जा रही है।

इस बटालियन का इतिहास भी गौरवशाली है। वीरता और विशिष्ट सेवा के लिए इस बटालियन ने 200 पुरस्कार प्राप्त किए हैं। इन में 1971 के युद्ध से जुड़े, एक साथ प्राप्त हुए तीन महावीर चक्र शामिल हैं। मुझे विश्वास है कि, सेरेमोनियल आर्मी गार्ड के अपने कर्तव्यों का पालन करते समय, यह टुकड़ी, अपने प्रदर्शन के उसी उच्च स्तर को बनाए रखेगी, जिसके लिए यह जानी जाती है।

प्रथम गोरखा राइफल्स की 5वीं बटालियन के कर्नल विजय उनियाल, तथा अन्य अधिकारियों और जवानों का राष्ट्रपति भवन में कार्यकाल सफलतापूर्ण रहे, इसके लिए मैं शुभकामनाएं देता हूँ।

मैं यहां उपस्थित दोनों बटालियनों के अधिकारियों, सैनिकों, उनके परिवार के सदस्यों और सेवानिवृत्त सैनिकों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूं।


जय हिंद