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बेनिन गणराज्य के नेशनल असेम्बली में भारत के राष्ट्रपति, श्री राम नाथ कोविन्द का संबोधन

पोर्तो नोवो : 29.07.2019

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1. बेनिन और भारत के संबंधों के लिए आज का दिन ऐतिहासिक महत्व का है। आपके सुंदर देश में भारत से प्रथम राजकीय यात्रा पर आना मेरे लिए सम्मान की बात है। लोकतंत्र के इस मंदिर में संबोधन के आपके उदार निमंत्रण ने इस अवसर को और भी विशेष बना दिया है।

2. मैं आपके लिए भारत के एक अरब तीस करोड़ भारतवासियों की शुभकामनाएं लेकर आया हूं। जिस गर्मजोशी और स्नेह से यहां मेरा स्वागत हुआ, मैं उससे अभिभूत हूं। मैं इन भावनाओं को हमारी स्थायी मैत्री के प्रतीक के रूप में लेकर जाऊंगा। यह मात्र भावोद्गार नहीं है, बल्कि हमारे घनिष्ठ सम्बन्धों की सुविचारित अभिव्यक्ति है। इतिहास हमारे देश के उन पुरखों की करुण समुद्री यात्राओं का गवाह है जो कभी लौट कर स्वदेश नहीं आ सके। उन्होंने स्वेच्छा से ये यात्राएं नहीं की थीं। ये यात्राएं क्रूर और लालची ताकतों के दबाव में की गई थीं। दासता और दास—व्यापार के पीड़ितों की स्मृति में न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र द्वारा स्मारक बनाए जाने के प्रयासों में सहभागिता का गौरव भारत को भी मिला है। गिरमिटिया मजदूरों की धरोहर को वैश्विक मान्यता दिलाने में समर्थन के लिए हम बेनिन को धन्यवाद देते हैं। मैं ओइदा के स्मारक और अमानवीयता का दंश झेलनेवाले सभी लोगोंको श्रद्धांजलि देता हूं। आज जब हमारे दोनों देश, परस्पर मैत्री और सहयोग के साथ,लोकतांत्रिक और स्वतंत्र समाजों के रूप में खुशहाली की राह पर आगे बढ़ रहे हैं, उन लोगों के बलिदान हमें निरंतर प्रेरित करते रहेंगे।

3. हम एक ही पथ के पथिक रहे हैं। हमारे दोनों ही देशों ने उपनिवेशवाद के बंधन तोड़ कर स्वतन्त्रता पाई है और आज हम अपनी लोकतान्त्रिक परम्पराओं को और भी मजबूत बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम इस वर्ष राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मना रहे हैं। आज उन्हें याद करते हुए, हम अफ्रीका के लोगों के हमेशा ऋणी रहेंगे जिन्होंने गांधीजी के राजनैतिक विचारों को स्वरूप देने और अन्याय के खिलाफ उनके संघर्ष में मदद की। भारत लौट कर उसे स्वतंत्र कराने से पहले, गांधी जी ने21वर्ष अफ्रीका में बिताए। बेनिन के महान सपूत कार्डिनल बेनार्डिन गेंटिन की विरासत की तरह ही, महात्मा गांधी का संदेश भी विश्व भर में निरंतर गूंज रहा है।

4. सहयोगी लोकतंत्रों के रूप में, भारत और बेनिन को बहुत से अनुभव साझा करने हैं। इस देश में लोकतान्त्रिक परम्पराओं को मजबूत बनाने के निरंतर प्रयासों की हम सराहना करते हैं।1990 के दशक में आपने जो राजनैतिक यात्रा शुरू की थी, उसमेंअब आप बहुत आगे निकल चुके हैं। जटिल और संघर्षों से घिरे क्षेत्र में, पिछले तीस वर्षों में अबाध गति से लोकतन्त्र को मजबूत बनाने के आपके शानदार प्रयास निश्चय ही अनुकरणीय हैं। प्रगति और समृद्धि के लिए लोकतन्त्र का महत्व सर्व—विदित है। लोकतन्त्र के कारगर होने में संसदीय परम्पराओं और प्रक्रियाओं का अभिन्न योगदान होता है। स्वयं एक सांसद होने के नाते, हमारे प्रति जनता की आस्था और भरोसे के महत्व को मैं भली भांति समझता हूं। इस संदर्भ में, आपकी संसदद्वारा आपसे समर्पण और अनुशासन की अपेक्षा का महत्व भी हम समझते हैं। मुझे बताया गया है कि अगर इस राष्ट्रीय असेंबली का कोई सदस्य इसके एक तिहाई से ज्यादा पूर्ण अधिवेशनों और कमेटी की बैठकों में अनुपस्थित रहता है तो उसे भारी जुर्माना देना पड़ता है और उसे कमेटी से एक साल के लिए निलंबित भी कर दिया जाता है। जनता का फैसला निस्वार्थ सेवा की अपेक्षा करता है और आप वही कर रहे हैं।

5. भारत में आम चुनावों के सफल आयोजन के बाद बेनिन की यह यात्रा मेरी पहली विदेश—यात्रा है। इस वर्ष अप्रैल—मई में, छह सप्ताह की अवधि में सात चरणों में सम्पन्न हुई भारत के संसदीय चुनावों की प्रक्रिया विश्व भर की सबसे विशाल लोकतान्त्रिक प्रक्रिया थी। करीब 90 करोड़ मतदाताओं में से67 प्रतिशत से ज्यादा ने वोट डाले। हमारे निचले सदन—लोक सभा के कुल543 सदस्यों में आधे से अधिक सदस्य पहली बार चुने गए हैं। इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि अबकी बार लोक सभा में 78 महिलासांसद चुनी गई हैं, यह हमारे लोकतन्त्र के इतिहास में महिला सांसदों कीसबसे बड़ी संख्या है।यह हमारे लिए सकारात्मक बदलाव है।संख्या की विशालता के साथ—साथ, हमारी संसद में देश की भाषाई,धार्मिक, नृजातीय और सांस्कृतिक विविधता के भी दर्शन होते हैं। यह विविधता मात्र संख्या में नहीं, बहसों—चर्चाओं और कानून बनाने की प्रक्रियाओं में भी नज़र आती है। इस क्षेत्र में हमारे दोनों देशों के अनुभव समान हैं। दोनों ही देशों ने अपनी साझी संस्कृति को संजोया—संवारा है। बेनिन में भारतीय समुदाय की जीवंतता आपकी प्रगतिशील सोच और सबको साथ ले कर चलने की प्रवृति की परिचायक है। ये लोग अपने बेनिन के मित्रों के साथ पूरे सद्भाव से रह रहेहैं और एक—दूसरे के पर्वों—त्योहारों तथा खान—पान का आनंद ले रहे हैं।

6. भारत सरकार ने ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ की राह चुनी है। इन्हीं आदर्शों पर चलते हुए हम मजबूत, समृद्ध और समावेशी भारत बना रहे हैं। यह मंत्र हमारे राष्ट्रीय कार्यक्रमों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय सम्बन्धों में भी हमें उद्देश्यपूर्ण दिशा देता है। इसी आदर्श के अनुरूप तथा विकासशील देशों के सहयोग के सिद्धांतों के आधार पर हम आपके साथ काम करने और आपके जन—समुदाय की अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए वचनबद्ध हैं। हमें प्रसन्नता है कि बेनिन में खाघ,ऊर्जा, पानी और स्वास्थ्य—सेवाओं में मदद करने में हमने यथा संभव अपनी विशेषज्ञता और संसाधनों की साझेदारी की है। हमें उम्मीद है कि हम बहुत जल्दी ही आपके देश के 103 गांवों में बेहतर जल आपूर्ति के लिए 42 मिलियन डॉलर की योजनाओं को सम्पन्न कर सकेंगे। मुझे प्रसन्नता है कि भारतीय फार्मा उद्योग और अस्पताल बेनिन के लोगों को किफ़ायती स्वास्थ्य—सेवाएं उपलब्ध करा रहे हैं। इंटरनेशनल सोलर एलाएन्स के अंतर्गत हमारी भागीदारी से लाखों घर निरंतर रोशनी से जगमगा सकते हैं और सुदूर इलाकों में रहने वाले लोगों को भी बिजली मिल सकती है। हमारे विकास सहयोग को आगे बढ़ाते हुए, मैंने आज राष्ट्रपतितालों के समक्ष रियायती दरों पर 10 करोड़ डॉलर सहायता का प्रस्ताव रखा ताकि बेनिन को अपने सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद मिले।

7. हमारे दोनों देशों में युवाओं की बहुत बड़ी संख्या है। अगर हम उन्हें प्रशिक्षित कर सकें, विभिन्न कौशल हासिलकरा सकें तो अपनी विशाल युवा आबादी का हमेंबड़ा लाभ मिल सकेगा। हमने भारत में स्किल इंडिया (कौशल विकास) कार्यक्रम चलाया है। हमारा लक्ष्य अगले कुछ वर्षों में 15 करोड़ युवाओं को प्रशिक्षित करने का है। हमें खुशी है कि हमने बेनिन के युवाओं के प्रशिक्षण के लिए भी इसप्रशिक्षण सुविधा का विस्तार किया है ताकि यहां कपास की खेती बेहतर तरीके से हो सके, खेती की सहायता से टिकाऊ तौर पर रोजी—रोटी चल सके, छोटे व्यापारियों को सहारा मिले और डिजिटल कौशल का फायदा मिल सके। अफ्रीकी देशों के साथ हमारी विकास साझेदारी में टेक्नॉलॉजी की केंद्रीय भूमिका है। हमारे पैन—अफ्रीकन ई—नेटवर्क इनिशिएटिव की सफलता के बाद,अब हम बेनिन में ई—विद्या भारती और ई—आरोग्य भारती कार्यक्रमों पर काम करना चाहते हैं। इन पहलों के अंतर्गत,हम विभिन्न अफ्रीकी देशों में 15,000 विद्यार्थियों को निशुल्क टेली—एजुकेशन और यहां के 1,000 डॉक्टरों और पेरामेडिक्स को निशुल्क टेली—मेडीसिन कोर्स उपलब्ध करा रहे हैं। भारत अफ्रीका के साथ अपनी डिजिटल क्रांति के लाभ खुशी से साझा करना चाहता है ताकि यहां के लोगों का जीवन संवरे और, खास तौर से, यहां के युवा सशक्त बनें। कुछ समय पूर्व, हमने चंद्रमा पर अपना दूसरा यान—चन्द्रयान—2 भेजा है। अपने अन्तरिक्ष कार्यक्रम से हमने जो वैज्ञानिक उपलब्धियां प्राप्त की हैं, उनसे हम अनेक अफ्रीकी देशों में संचार व्यवस्था को बेहतर बनाने, वहां के प्राकृतिक संसाधनों का पता लगाने और आपदाओं का बेहतर तरीके से मुक़ाबला करने में ज्यादा सक्षम हुए हैं।

8. हमारे आपसी संबंध काफी मजबूत हैं। हमारी वैश्विक भागीदारी इन्हें और भी सार्थक बनाती है। हम इंटरनेशनल सोलर एलाएन्स में भागीदार बनने और जलवायु परिवर्तन के खिलाफ वैश्विक अभियान को मजबूत बनाने के लिए बेनिन को धन्यवाद देते हैं। इसी संकल्प के साथ हमें आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई जारी रखनी है और इसे परास्त करना है। गिनी की खाड़ी समृद्धि का गलियारा रही है। इसकी सुरक्षा का हमारे दोनों देशों की प्रगति और भागीदारी के लिए बुनियादी महत्व है। इस संदर्भ में, हम दोनों देश नौवहन की स्वतन्त्रता के पक्षधर हैं तथा अंतर्राष्ट्रीय क़ानूनों का पालन करते हैं। गिनी की खाड़ी में समुद्री डकैती पर अंकुश लगाने के बेनिन के प्रयासों को हम महत्व देते हैं तथा आपके साथ प्रतिरक्षाव सुरक्षा भागीदारी बढ़ाने को तत्पर हैं। हमें, वैश्विक व्यवस्था को अधिक न्यायपूर्ण बनाने के लिए भी मिल कर काम करना है। इसके लिए मजबूत बहुपक्षीय व्यवस्था सुनिश्चित करना आवश्यक है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अपने लिए स्थायी सीट पाने के अपने प्रयासों के साथ—साथ, हम विस्तारित संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अफ्रीका के प्रतिनिधित्व का भी पूर्ण समर्थन करते हैं।

9. वैश्विक व्यवस्था से वैश्विक प्रगति तक, भारत एक प्रमुख शक्ति के रूप में उभरा है। हमारा सकल राष्ट्रीय उत्पाद इस समय 2.6 अरब डॉलर का है जिसके अगले सात साल में दोगुना होने की उम्मीद है। अर्थव्यवस्था में वृद्धि के साथ ही हमारी अन्य देशों से भागीदारियां भी बढ़ेंगी। इस परिदृश्य में, हमारे विश्वसनीय सहयोगी और समृद्धि में सहभागी के रूप में अफ्रीका की प्रमुख भूमिका होगी। दो वर्ष पूर्व, राष्ट्रपति बनने के बाद बेनिन आठवां अफ्रीकी देश है जहां की यात्रा पर मैं आया हूं। इस प्रवास के दौरान मैं गांबिया और गिनी गणराज्य भी जाऊंगा। मेरी इन यात्राओं सेयह स्पष्ट होता है कि हम अफ्रीका, और उसके गतिशील उप-क्षेत्र—पश्चिम अफ्रीका कोबहुत महत्व देते हैं।

10. हम बेनिन गणराज्य को एक तेजी से उभरती अर्थव्यवस्था, सहभागी मित्र और पश्चिम अफ्रीका के प्रवेश द्वार के रूप में देखते हैं। भारत बेनिन का महत्वपूर्ण व्यापार सहयोगी है। हमारा द्विपक्षीय व्यापार 2018—19 में 803 मिलियन डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। हमें प्रसन्नता है कि भारत की ड्यूटी—फ्री टेरिफ़ प्रेफरेंस योजना का बेनिन को लाभ मिला है और इससे बेनिन का निर्यात बढ़ा है। आज हमने बेनिन के लिए ई—वीजा सुविधा की घोषणा की है। इससे दोनों देशों के लोगों के बीच सौहार्द बढ़ेगा और हमारे व्यापारिक सम्बन्धों को प्रोत्साहन मिलेगा। मैं राष्ट्रपति तालों को उनके नेतृत्व, निजी दिलचस्पी और हमारे आपसी सहयोग को समर्थन देने के लिए धन्यवाद देता हूं। साथ ही, मैं बेनिन में कार्यरत भारतीय अथवा भारतीयों के स्वामित्व वाली लगभग 100 कंपनियों को भी धन्यवाद देता हूं जिन्होंने हमारे व्यापारिक और निवेश सम्बन्धों को मजबूत बनाने में योगदान किया है।

11. भारत और बेनिन की कहानी गहरी मित्रता और उम्मीद कीगाथाहै। हमारी लोकतान्त्रिक प्रणालियों ने हमारे संबंध ऐसे प्रगाढ़ बनाए हैं कि अन्य अनेक देश भी हमारे उदाहरण से सीखना चाहते हैं। हमने मिलकर एक जीवंत वर्तमान की रचना की है और हम शानदार भविष्य के लिए वचनबद्ध हैं। सहिष्णु, प्रगतिशील,अनेक नस्लों और धर्मों वाले समाज के साथ—साथ एक स्थिर, बहुदलीय लोकतन्त्र के शानदार उदाहरण के रूप में आप पश्चिम एशिया में उभर कर आए हैं। मैं इसके लिए आपका अभिनंदन करता हूं। बहुलता के आदर्शों से ओत—प्रोत विश्व का सबसे बड़ा लोकतन्त्र भारत आप और आपके देशवासियों के लिए और भीप्रभावशाली सफलताओं की कामना करता है।

मर्सी बूकूप! धन्यवाद।