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मिजोरम विधान सभा के विशेष सत्र में भारत के राष्ट्रपति, श्री राम नाथ कोविन्द का संबोधन

आइजोल : 30.11.2017

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1. भारत का राष्ट्रपति निर्वाचित होने के बाद यह मिजोरम की मेरी पहली यात्रा है। मुझे यहां आकर सचमुच खुशी हुई है और मैं इस सदन को संबोधित करने का निमंत्रण देने के लिए मिजोरम विधान सभा के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, मुख्य मंत्री और अन्य सभी सदस्यों का धन्यवाद करता हूं।

2. मिजोरम भारत के लिए विशेष है। यह अत्यंत परिपक्व और गरिमापूर्ण राजनीतिक संस्कृति के लिए जाना जाता है। यह विधान सभा मिजोरम की राजनीतिक संस्कृति तथा राज्य की जनता की इच्छा और आकांक्षा की सच्ची प्रतिमूर्ति है। हम किसी भी विधान मंडल के तीन ‘डी’के बारे में जानते हैं। यह स्थान बहस (debate),असहमति (dissent) और अन्तत: निर्णय(decide) करने का स्थान है। परन्तु अन्य सिद्धांतों का भी अनुकरण किया जाता है। आदर्श रूप में,विधान मंडल के कामकाज में गरिमा और शिष्टाचार दिखाई देना चाहिए। राजनीतिक प्रणाली में मतभेदों को विवाद का रूप नहीं लेने देना चाहिए।

3. ये सिद्धांत हालांकि सभी लोकतंत्रों में सहेजे जाते हैं, परन्तु इनका अनुकरण हमेशा किया नहीं जाता। कभी-कभी इसमें खेदजनक रूप से व्यवधान आ जाता है। यहां मैं मिजोरम विधान सभा की सराहना करता हूं और बधाई देता हूं कि अपने45 वर्ष के इतिहास में,इसने कामकाज के सुचारू संचालन की प्रतिष्ठा अर्जित की है। आप सभी सदस्यों का व्यवहार और प्रतिभागिता,सर्वोच्च मानदण्ड के अनुरूप रही है। यह विधान सभा हमारे लोकतंत्र के लिए और इस बात के लिए एक आदर्श है कि किसी विधान सभा को किस प्रकार कार्य करना चाहिए।

4. मिजोरम के सार्वजनिक जीवन में दिखाई देने वाली सम्मान व गरिमा की भावना सुकून देने वाली है। यह इस राज्य के समृद्ध समाज की पहचान भी है।1986 में मिजो समझौते पर हस्ताक्षर किए जाने, उसका कार्यान्वयन और अनुपालन किए जाने को अभी भी पूरी दुनिया में एक शानदार उदाहरण के रूप में पेश किया जाता है। कल मैंने कहा था कि यह एक चमत्कार है।यह वास्तव में एक चमत्कार ही है कि जिसमें उग्रवाद की स्थिति और संघर्ष समाप्त हुआ;ऐसा संघर्ष जिसने हमारे देश और स्वयं मिजो समाज को बांट दिया था।

5. सभी राजनीतिक हितधारकों तथा चर्च और चर्च से जुड़े समूहों, महिला समूहों और अन्य गैर सरकारी संगठनों सहित भद्र समाज के समूह मिजोरम में शांति और विकास का माहौल बनाने के लिए एकजुट हुए हैं। समझौता और इसकी विरासत भारत के दीर्घकालिक इतिहास की महानतम सफलताओं में से एक है। हमें पू लालडेंगा के प्रबुद्ध और दूरदर्शी नेतृत्व तथा अभी भी मुख्यमंत्री के पद पर विराजमान पू लाल थनहावला के प्रयासों और उदारता की भावना याद रखनी चाहिए। यहां मैं मिजोरम के एक अन्य कद्दावर व्यक्तित्व आदरणीय ब्रिगेडियर टी. साइलो का उल्लेख करना चाहूंगा। हमारा मिजोरम और हमारा भारत इन राष्ट्रनिर्माताओं का बहुत ऋणी है।

सदन के सदस्यो

6. भारत अद्भुत विविधता वाला राष्ट्र है। हमारे देश में और स्पष्ट तौर पर कहूं तो हमारे देश के राज्यों में भी,हमें विविध प्रकार की जातीय और धार्मिक पहचानें तथा बहुत सारी भाषाएं, संस्कृतियां और रीति-रिवाज, अनेक प्रकार के पहनावे, खान-पान की आदतें और व्यंजनों की किस्में दिखाई देती हैं। यह विविधता हमारी ताकत है। हममें से प्रत्येक को यह विविधता समृद्ध करती है और भारत की एकता और विलक्षणता दोनों में योगदान देती है। इस विविधता को कायम रखना और सहेजना महत्चपूर्ण है।

7. आर्थिक एकीकरण से और कार्य व शिक्षा के लिए देश के एक भाग से दूसरे भाग में लोगों के आवागमन से हमारा एक दूसरे के साथ और अधिक परिचय हो रहा है। उदाहरण के लिए मिजोरम के युवक और युवतियां केरल के आतिथ्य उद्योग या पुणे की किसी सूचना प्रौद्योगिकी कम्पनी में कार्य करते हुए देखे जा सकते हैं। वे अपना योगदान देते हैं,वे आजीविका कमाते हैं, उन्हें अपने कार्य कौशल के लिए जाना जाता है और वे हमारे साझे समाज की सांस्कृतिक संपदा को बढ़ाते हैं। इसी मानव जुड़ाव से हमारा देश अनूठा बना है।

8. यह महत्वपूर्ण है कि इसके पूरक के रूप में भौतिक और ढांचागत संयोजन उपलब्ध कराया जाए। इसीलिए मिजोरम पर भारत सरकार की‘एक्ट ईस्ट’नीति में बहुत ध्यान रखा गया है। इस नीति का लक्ष्य मिजोरम तथा पूर्वोत्तर के अन्य राज्यों और बाकी देश तथा दक्षिण पूर्व एशिया के पड़ोसी देशों के बीच संयोजन और व्यापार संपर्क बढ़ाने का है।

9. इससे मिजोरम की कृषि पैदावार और पारंपरिक उत्पादों की पहुंच नए बाजारों तक हो जाएगी। इससे सूचना प्रौद्योगिकी और इंटरनेट संयोजन भी मजबूत होगा,यह ऐसी प्रक्रिया है जिसका अनेक प्रकार के उद्योगों पर तीव्रकारी प्रभाव पड़ेगा। एक बार इस आधारभूत ढांचे को तैयार कर लिए जाने के बाद इससे लाभ उठाने के लिए हम इसे इस राज्य के युवाओं की उद्यमिता,ऊर्जा और प्रतिभा पर छोड़ सकते हैं। उच्च साक्षरता दर और अंग्रेजी भाषा के कौशल के कारण मिजोरम के युवाओं के सम्मुख एक सुनहरा अवसर मौजूद है।

10. हाल ही में एक अन्य अभिभाषण में शामिल एक बिन्दु पर जोर देने के लिए कहना चाहूंगा किहमारे इतिहास में कुछ अवधि तक, पूर्वोत्तर के बारे में यह अवधारणा बनी हुई थी कि यह सीमान्त क्षेत्र है। जबकि इससे इतर, यह क्षेत्र प्राचीन व्यापार गलियारे के बीचों-बीच अवस्थित है। सदियों तक दक्षिण एशिया और दक्षिण पूर्व एशिया को सांस्कृतिक समानता वाले एक संयुक्त व्यापार क्षेत्र के तौर पर देखा जाता रहा है। मिजोरम इस प्रक्रिया और इस क्षेत्र के बिल्कुल बीच में स्थित है। मिजोरम की भौगोलिक स्थिति इसकी सबसे बड़ी पूंजी हो सकती है और भारत सरकार इसे सुनिश्चित करने के लिए कार्य कर रही है।

11. सदन का सदस्य अपने मतदाताओं द्वारा निर्वाचित किया जाता है। परन्तु एक बार निर्वाचित हो जाने पर,वह विधायक सम्पूर्ण निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करता है न कि केवल उनका जिन्होंने उसे मत दिया है। जिन्होंने उसे मत नहीं दिया या दरअसल जिन्होंने उसका विरोध किया है,उन सबका बराबर प्रतिनिधित्व वह विधायक करता है। इसी प्रकार,चुनाव में प्रतिस्पर्धी कोई दुश्मन नहीं बल्कि एक राजनीतिक प्रतिस्पर्धी होता है। चुनाव के बाद,वह प्रतिस्पर्धी, उस निर्वाचन क्षेत्र की,राज्य और देश की बेहतरी और विकास सुनिश्चित करने के कार्य में एक सहकर्मी बन सकता है।

12. लोकतांत्रिक राजतंत्र की यही खूबसूरती है और हमें इसकी सराहना करनी चाहिए। मुझे यह देखकर खुशी हुई है कि इस विचार-दर्शन को मिजोरम में सहज स्पष्ट स्वीकृति मिली हुई है। इसे आगे भी बनाए रखें।

13. कुछ ही समय में,मैं आइजोल और मिजोरम से रवाना हो जाऊंगा। जाने का मन तो नहीं हो रहा है क्योंकि राज्य के लोगों का आकर्षण व गर्मजोशी और यहां प्राप्त प्रेम भरे स्वागत ने मेरे अन्तरतम को छू लिया है। खासतौर से, कल हैलीपेड पर उतरकर गाड़ी से चलने पर जिस तरह शहर के लोग मेरा स्वागत करने के लिए मैत्रीपूर्ण,शांत और अनुशासित ढंग से कतारबद्ध खड़े हुए थे उससे मैं अभिभूत हो गया था। कुछ लोगों की प्यारी मुस्कान अभी भी मेरी स्मृति में ताजा बनी हुई है। मैं वादा करता हूं कि फिर आपके बीच आऊंगा।

14. अपनी बात समाप्त करने से पहले,मैं सदन के सभी सदस्यों, अधिकारियों और कर्मचारियों,सदन में तैनात सुरक्षा-कर्मियों और आप सभी के परिवारों को तथा मिजोरम के सभी लोगों को आने वाले त्यौहारी मौसम के लिए शुभकामनाएं देता हूं।

15. क्रिसमस और नववर्ष की अग्रिम बधाई। मिजोरम के लिए देखे गए हमारे सभी सपने साकार हों।


धन्यवाद

जय हिन्द !