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गाम्बिया के राष्ट्रपति द्वारा अपने सम्मान में आयोजित राज-भोज पर भारत के राष्ट्रपति का सार संबोधन

बंजुल : 31.07.2019

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1. भारत की ओर से गाम्बिया की पहली राजकीय यात्रा पर आना मेरे लिए सम्मान की बात है। मैं अपने गर्मजोशी भरे स्वागत और सम्मानपूर्ण आतिथ्य के लिए राष्ट्रपति बरो और इस खुशहाल देश की जनता के प्रति अपना आभार व्यक्त करना चाहता हूं। मेरे संबोधन के लिए गाम्बिया की नेशनल असेंबली का विशेष सत्र आयोजित करने के आपके निर्णय से मैं बहुत अभिभूत हूं।

2. भारत और गाम्बिया के बीच चिरस्थायी और ऐतिहासिक मैत्री रही है। अपने लोगों के लिए शांति, समृद्धि और विकास की हमारी साझी चाल ने हमें और करीब ला दिया है। हमारे संबंधों को आकार इतिहास से मिला है, बढ़ावा लोकतांत्रिक मूल्यों से और प्रोत्साहन दोनों देशों के लोगों के बीच परस्‍पर आत्मीय संबंधों से मिला है। हाल के दिनों में, विशेष रूप से विकास साझेदारी, आर्थिक सहयोग और वैश्विक मुद्दों पर एक दूसरे के समर्थन के क्षेत्रों में हमारे द्विपक्षीय सहयोग में गहनता आई है।

3. हम ‘अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन’ पर आपके समर्थन के लिए आपको धन्यवाद देते हैं। इसकी ऊर्जा से हमारी मैत्री हमेशा रोशन रहेगी और नए युग की हमारी साझेदारी का मार्ग प्रशस्त होगा।

4. महामहिम, देवियो और सज्जनो, इन्‍हीं खुशग़वार विचारों के साथ, मैं आप सभी से अनुरोध करता हूं कि हम सब मिलकर:-
- राष्ट्रपति बरो के अच्छे स्वास्थ्य, सुख और खुशहाली की;
- गाम्बिया गणराज्य के मैत्रीपूर्ण लोगों की उन्नति और समृद्धि की; तथा
- हमारे दोनों देशों के लोगों के बीच चिरस्थायी मैत्री की कामना करें!

भारत और गाम्बिया – का काव का कनम!

धन्यवाद!